RANCHI: बच्चा बेचे जाने के मामले में पूर्व विधायक थियोडोर किड़ो ने फेसबुक पर कोतवाली पुलिस की पोल खोल दी है। विधायक के मुताबिक, नव्या को पुलिस ने बरामद नहीं किया था, बल्कि मामला गरमाने पर कोर्ट में शपथ पत्र दायर कर उसे कोतवाली पुलिस को सौंपा गया था। थियोडर किड़ो ने यह भी कहा है कि नव्या को उसकी मां आभा शबनम एक्का ने उसे दिया था। उसकी खरीद-फरोख्त नहीं हुई थी। आभा नव्या की बायोलॉजिकल मां है।

क्या है मामला

कोर्ट में दिए शपथ पत्र में आभा शबनम एक्का ने कहा है कि वह अशोक एक्का व उषा किरण बेक की बेटी है। वह मूल रूप से लातेहार महुआडांड़ के कुरुंद गांव की रहनेवाली है। उसने 14 अगस्त, 2017 को एक बच्ची को जन्म दिया था। उस बच्ची का नाम नव्या टेरेसा रखा गया। उसने यह भी बताया कि नव्या उसके कब्जे में है और वह मिशन कॉलोनी कोकर के फेबिओला तिर्की और शैलजा तिर्की(विधायक थियोडोर किड़ो की भतीजी) को देखभाल के लिए दी है। इसमें उसकी मां किरण बेक व मौसी कारमेला बेक ने भी सहमति दी थी। उक्त बच्ची को उसने किसी के पास नहीं बेचा है। वह जब चाहे उस बच्ची को ले सकती है। वह अपने से दूर उस बच्ची को नहीं रख सकती है। वह पुलिस के निर्देशानुसार, जहां बोला जाएगा पेश हो सकती है।

नव्या के नाम से भी डाला गया था पोस्ट

जब नव्या रेस्क्यू की गई थी, तो उसके नाम से भी फेसबुक में एक वाल पोस्ट किया गया था। इसमें लिखा गया है कि मैं नव्या हूं। 11 जुलाई, 2018 को पालक मां और जन्म देने वाली मां से छीन कर जबरन शेल्टर होम भेज दिया गया। उनके लाख अनुरोध पर भी मुझे नहीं छोड़ा गया। क्या मुझे इस देश मे जीने का अधिकार नहीं है।

Posted By: Inextlive