छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : चोरी, छिनतई और मारपीट जैसी छोटी-मोटी घटनाओं को सॉल्व कर जमशेदपुर पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन हत्या जैसे संगीन वारदातों का खुलासा करने में पुलिस विफल साबित हो रही है। इस साल इस शहर में कुछ प्रमुख लोगों की हुई हत्या अबतक मिस्ट्री बनी हुई है। अपराधी हत्या कर फरार हो जाते हैं और पुलिस लकीर पीटती रह जाती है। कई मामलों में तो अपराधियों का पता ही नहीं चलता है। अगर हत्यारा का सुराग मिल भी जाता है तो वह पकड़ा नहीं जाता है। अब देखिए ना। एक जून को जुबिली पार्क में ठेकेदार राम सकल यादव की हत्या और आठ जून को रेलवे कांट्रैक्टर विजय पांडेय की हत्या की गुत्थी अनसुलझी है। हत्यारे गिरफ्त से बाहर हैं और पुलिस के अनुसंधान पर सवाल उठ रहे हैं।

थाना में नहीं सुलझता मामला

जब कोई मामला थाना में पहुंचता है तो पुलिस वाले एक्शन लेने के बजाए उसे टरकाने की ज्यादा कोशिश करते हैं। पीडि़त इंसाफ की गुहार लगाता रहता है और पुलिस जांच का हवाला देकर सोयी रहती है। शहर में हुई अधिकांश हत्या की घटनाओं को पुलिस आसानी से सॉल्व कर सकती है, लेकिन वह उसे अनदेखा कर देती है। ऐसे में अपराधियों का हौसला और बढ़ जाता है। वे बेखौफ होकर हत्या की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस सुस्त है और लोग खौफ में जी रहे हैं।

एसएसपी के पास आते हैं मामले

एसएसपी और एसपी के जनता दरबार में दर्जनों लोग फरियाद लेकर पहुंचते हैं। फरियादियों में ज्यादातर थानेदार की शिकायत लेकर आते हैं। पीडि़तों का कहना है कि थाना लेवल पर उनकी शिकायत नहीं सुनी जाती है। छेड़खानी, मारपीट और उत्पीड़न जैसी शिकायतों का निपटारे में भी विलंब होता है। हत्या जैसा संगीन वारदातों का खुलासा करने में भी पुलिस का रूख लापरवाही वाला होता है।

2014 में 95 लोगों की हुई थी हत्या

अगर पुलिस के रिकॉर्ड पर गौर फरमाएं तो पिछले साल शहर में लगभग 95 लोगों को अपराधियों ने मौत के घाट उतार दिया। इनमें व्यापारी और ठेकेदार के अलावा आम लोग भी थे। वहीं, साल 2013 में पुलिस का रिकार्ड 115 हत्याओं का हिसाब रख रहा है। इस साल भी हत्या का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।

पिछले चार महीने में हत्या की घटनाएं

8 जून 2015 : बर्मामाइंस इलाके में रेवले ठेकेदार विजय पांडेय (52)की इस साल आठ जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई। रात को 11 बजे वह रेलवे स्टेशन से लक्ष्मीनगर स्थित घर वापस लौट रहे थे। पेट, दाएं कंधे, पीठ और सिर में गोली मारी गई थी। पुलिस का कहना है कि रेलवे ठेकेदारी में विजय पांडेय की बढ़ती हैसियत को देखते हुए विरोधी खेमा ने उनकी हत्या कराई है। विजय पांडेय की हत्या में टीटू शर्मा का नाम सामने आ रहा था। लेकिन अभी तक टीटू शर्मा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

रिजल्ट -मामले का खुलासा अब तक पुलिस नहीं कर सकी है। जबकि मुख्य आरोपी टीटू शर्मा की तलाश में पुलिस ओडि़शा तक की खाक छान चुकी है।

8 जून 2015: सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के कवाली पट्टी भुइयांडीह निवासी रवींद्र यादव(28) की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई थी। 28 जून को उसकी बॉडी घर से करीब 50 मीटर दूर भुइयांडीह नाले में मिली थी।

रिजल्ट - पुलिस अब तक इस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है।

1 जून 2015:पोटका प्रखंड क्षेत्र के खडगू गांव(बासिला पंचायत)में तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। निमाई हांसदा(52) उसकी पत्नी देल्हो हांसदा(45) और निमाई की मां सोनिया हांसदा को तेज धारदार हथियार से गला काटकर निर्मम हत्या की गई थी।

रिजल्ट - पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया था। मृतक के भतीजे ने बीमा का पैसा हड़पने के लिए हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी माखन को गिरफ्तार कर लिया था।

1 जून 2015 : सोनारी थाना क्षेत्र के झाबरी बस्ती में बाइक धक्के में हुए विवाद को लेकर सोनू सरदार की हत्या कर दी गई थी। बदमाश उसे गंभीर रूप से घायल कर छोड़ गए थे। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

रिजल्ट - इस मामले को पुलिस ने सॉल्व कर लिया था। सभी आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था।

28 मई 2015 : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के छायानगर निवासी सिकंदर दास की भुजाली से हमला कर बदमाशों ने हत्या कर दी थी। अवैध बिजली कनेक्शन को लेकर दो गुटों में विवाद चल रहा था। पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की थी।

रिजल्ट - पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाबत आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारी सामने आई।

31 अप्रैल 2015 : डिमना लेक क्षेत्र बदमाशों ने लखी किन्नर की चाकू से गोद कर हत्या कर दी थी। उसके पेट, छाती और शरीर के अन्य अंगों में चाकू के जख्म के निशान मिले थे।

पुलिस अभी तक इस मामले को सॉल्व नहीं कर पाई है। हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

21 अप्रैल 2015: साकची में बैंड मास्टर विनोद दास की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गई थी। उसका शव स्वर्णरेखा नदी के किनारे मिला था।

रिजल्ट - पुलिस ने अनसुलझे मामले को बड़े अच्छे से सॉल्व किया था। विनोद की हत्या अवैध संबंध में उसके भाई और दोस्तों ने की थी।

Posted By: Inextlive