- परीक्षितगढ़ पुलिस ने पेट्रोल पंप पर की मारपीट

- आईजी सुजीत पांडेय ने दिए जांच के आदेश

>Meerut : खाकी के दामन पर शुक्रवार को नया दाग लग गया। आरोप परीक्षितगढ़ पुलिस पर है। एक पेट्रोल पंप पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को बकाया रुपये मांगना इतना अखरा कि इंस्पेक्टर ने देर रात कस्बे के एक पेट्रोल पंप पर बिना वर्दी के ही दबिश के नाम पर पेट्रोल पंप कर्मचारियों से मारपीट की और उन्हें थाने में बैठाए रखा।

परीक्षितगढ़ में यह पेट्रोल पंप मिलन फिलिंग सेंटर दिनेश कुमार जैन का है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले पंप मैनेजर ने थाना पुलिस पर 25 हजार रुपये के बकाये का बिल भिजवाया था। इसे इंस्पेक्टर ने पुलिस की तौहीन समझा। इंस्पेक्टर परीक्षितगढ़ श्यामवीर सिंह गुरुवार देर रात पेट्रोल पंप पर टीशर्ट और हाफ पैंट पहनकर पुलिस टीम के साथ पहुंच गए। कार्यालय का गेट खुलवाया। दो पुलिसकर्मी अंदर घुस आए। इंस्पेक्टर और एक दारोगा ने कर्मचारियों को कवर कर लिया और मैनेजर बालकिशन व कर्मचारियों से मारपीट कर दी।

फुटेज डिलीट करने की कोशिश

पेट्रोल पंप कर्मचारी बाल किशन उर्फ मुन्नर ने बताया कि मारपीट के बाद जब इंस्पेक्टर चले गए, तो कुछ देर बाद एक सिपाही आया और ऑफिस में लगे सीसीटीवी की रिकार्डिग को डिलीट करने की कोशिश की, लेकिन वह उसे डिलीट नहीं कर पाया।

आईजी से मिले पंपकर्मी

पेट्रोल पंप मालिक दिनेश जैन पंप एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ शुक्रवार दोपहर को पुलिस की गुंडागर्दी की शिकायत लेकरआइजी सुजीत पांडेय के पास पहुंचे। शिकायत की गई और वीडियो फुटेज भी दी। जिसमें पुलिस मारपीट करती दिख रही है। आईजी के आदेश पर एसएसपी जे। रविंदर गौड़ ने मामले की जांच ने एसपी देहात डा। प्रवीण रंजन सिंह को सौंप दी है।

Posted By: Inextlive