हत्या के बाद दारागंज की रचना का शिनाख्त मिटाने के लिए न सिर्फ डेड बॉडी को जलाया गया बल्कि आरोपितों ने विश्वास का का भी गला घोंट दिया। 2016 में हुए इस ब्लाइंड मर्डर केस का एसटीएफ ने चौथे साल खुलासा किया तो दारागंज पुलिस सवालों के घेरे में आ गई।


प्रयागराज (ब्यूरो)। घटना में कातिलों का साथ देने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया है। इसके पहले मुख्य आरोपित सहित एक अन्य को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। इस तरह अब तक केस में कुल तीन आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। अभी एक आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है। दारागंज के बेणी माधव मंदिर गली निवासी रचना शुक्ला 16 अप्रैल, 2016 को गायब हो गई थी। उसकी मां उमा शुक्ला की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 196/2016 व धारा 363/366 दर्ज हुआ था।दारागंज पुलिस पर उठ रहे हैं सवाल
मामले में सलमान पुत्र साजिद अली उर्फ लल्लन निवासी बक्सीखुर्द दारागंज के साथ कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा था। रचना की डेड बॉडी मिली तो उसके अधजले कपड़ों को देख उमा शुक्ला उसे अपनी बेटी बता रही थी। उस वक्त उसकी बात की तस्दीक करने के बजाय पुलिस पूरी फाइल दबाकर बैठ गयी। एक बार भी उमा की बातों की जांच करना पुलिस गवारा नहीं समझी। नतीजा यह हुआ कि हत्या जैसे जघन्य अपराध करने वाले लोग खुले आम आज तक घूमते रहे।एक्शन में पुलिस और एसटीएफ


उमा हाईकोर्ट में रिट की तो दबी हुई फाइल ओपन करना पुलिस की मजबूरी बन गई। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पुलिस व एसटीएफ भी एक्शन में आ गई। एसटीएफ ने सोमवार को इस मर्डर केस का खुलासा करते हुए रचना के आरोपित आशिक सलमान व उसके दोस्त लकी पंडा उर्फ लकी निवासी मीरागली दारागंज को नागवासुकी मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया।एक आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहरपकड़े गए दोनों आरोपितों ने रचना की हत्या कर शव जलाने का मामला कबूल कर लिया। इसके बाद नींद से जागी दारागंज पुलिस ने मामले में शामिल तीसरे आरोपित अंजफ पुत्र करामत हुसैन निवासी बक्शीखुर्द दारागंज हालपता बेली रोड जगराम चौराहा कटरा थाना कर्नलगंज को गिरफ्तार कर लिया। अब घटना में मुख्य आरोपित सलमान का एक रिश्तेदार शेष है।'रचना मर्डर केस में मुख्य आरोपित के चेचेरे भाई अंजफ को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अब एक आरोपित शेष है। जिसकी तलाश की जा रही है।'- आशुतोष तिवारी, इंस्पेक्टर दारागंजprayagraj@inext.co.in

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