MATHURA: दो इनामी बदमाशों की वारदात से भले ही राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा की पुलिस चकरघिन्नी बनी रही, लेकिन बरसाना पुलिस पूरी तरह से बेफिक्र रही। इसी के चलते 15 हजार और दो लाख रुपये के इनामी दो बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी में गांव हाथिया में पंचायत चुनाव के लिए खुलेआम वो¨टग की, लेकिन बरसाना पुलिस अभी भी अनजान बनी हुई है, जबकि दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद उनके द्वारा वो¨टग में भाग लेने की बात गांव हाथिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।

कारोबारी से वसूली गई

थी फिरौती की रकम

थाना बरसाना के गांव हाथिया के हारिश मामू पर राजस्थान पुलिस ने 50 हजार, हरियाणा पुलिस ने 50 हजार और दिल्ली पुलिस द्वारा एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। जबकि इकबाल उर्फ काला पर यूपी, राजस्थान और हरियाणा पुलिस ने कुल 15 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। विगत दिनों हारिश मामू के घर गुड़गांव के कारोबारी सुकीरत प्रीत का गाड़ी समेत अपहरण करने की साजिश रची गई और वारदात को अंजाम देकर फिरौती की रकम वसूल की गई। इस मामले में पहले हाथिया के जंगलों से इकबाल उर्फ काला को स्वाट टीम ने पकड़ा और विगत दिनों हरियाणा के नूंह क्षेत्र में दो लाख रुपये के इनामी हारिश मामू को गिरफ्तार लिया गया।

मतदान केन्द्र पर ही मौजूद थे कुख्यात अपराधी

इसके बाद गांव हाथिया में इस बात की चर्चा तेज हो गई कि दोनों इनामी गांव में ही शरण लिए हुए थे। इतना ही नहीं, ग्रामीणों का कहना है कि दोनों बदमाशों ने पंचायत चुनाव में वोट भी डाला था। नौ अक्टूबर को इकबाल उर्फ काला और हारिश मामू मतदान केंद्र पर ही मौजूद रहे। वो भी पुलिस की मौजूदगी में। इस दौरान थाना बरसाना पुलिस भी मतदान केंद्रों का भ्रमण करती रही थी। जबकि डीएम राजेश कुमार और एसएसपी डॉ। राकेश सिंह भी काफिला के साथ गांव हाथिया के मतदान केंद्र पर पहुंचे थे, लेकिन किसी ने गांव के

इनामी बदमाशों की सुध नहीं ली थी। हालांकि यहां के मतदान केंद्र को अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में रखा गया था और यहां मतदान की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करने के भी निर्देश थे। दोनों इनामी कैमरे की जद में आए या नहीं, इसके बारे में खुद पुलिस को भी नहीं पता।

अधिकारियों को जानकारी तक नहीं थी

एसपी देहात अजय कुमार का कहना है कि इनामी बदमाश इकबाल उर्फ काला, हारिश मामू ने वोट डाला था, इसकी जानकारी नहीं मिली है। इधर, थाना बरसाना के एसओ राजेंद्र नागर का कहना है कि मतदान केंद्र पर उपद्रव और फर्जी वो¨टग न हो, इसके लिए कैमरे से प्रक्रिया की कवरेज कराई गई थी। लेकिन इनामी बदमाशों के वो¨टग में भाग लेने के फुटेज कैमरे में आए हैं या नहीं। इसकी जानकारी नहीं है।

उम्मीदवार के लिए गैंगस्टर ने मांगे थे वोट

थाना गोवर्धन क्षेत्र के गांव देवसेरस के एक गैंगस्टर ने चुनाव प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। एक प्रत्याशी का उन्होंने अपने घर पर स्वागत किया था और उसके पक्ष में वोट भी मांगे थे। साथ ही अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अपने समाज के वोट भी खुद के समर्थित प्रत्याशी के पक्ष में डलवाए थे। पुलिस को इसके बारे में पता था, लेकिन जान-बूझकर पुलिस अनजान बनी रही। जबकि बाद में यह चर्चा आम हो गई।

Posted By: Inextlive