- रिम्स से कैदी का इलाज करा लौट रहे पुलिस कर्मी आसनसोल रेड लाइट एरिया में पकड़े गए थे

- कोडरमा उपकारा पहुंचा कैदी, तो उसने जेलर को बताई पूरी कहानी

-मामले की जानकारी मिलते ही कोडरमा एसपी ने की कार्रवाई

RANCHI: उन्हें हत्या के आरोपी कैदी का इलाज कराने के लिए रिम्स भेजा गया था। वे कैदी को लेकर रिम्स पहुंचे भी। रिम्स में इलाज भी हुआ। पर, लौटते वक्त ये चारों पुलिसकर्मी कैदी को साथ लेकर आसनसोल रेड लाइट एरिया में पहुंच गए। इसी क्रम में आसनसोल पुलिस ने रेडलाइट एरिया में छापेमारी कर दी, जहां कोडरमा पुलिस के चार जवान रंगेहाथ पकड़े गए। उधर, कैदी बंगाल पुलिस से बचकर कोडरमा उपकारा पहुंच गया, जहां इस बात का खुलासा हुआ। जब इस मामले की जानकारी कोडरमा एसपी वाईएस रमेश को मिली, तो उन्होंने इलाज में भेजे गए चार पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक, कोडरमा जिले के एक कैदी बैजू यादव को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स अस्पताल लाया गया। लेकिन, इलाज के बाद उसे कोडरमा उपकारा ले जाने के बजाय पुलिसकर्मी पड़ोसी राज्य बंगाल के आसनसोल लेकर चले गए। वहां कैदी के साथ सभी पुलिसकर्मी सादी वर्दी और हथियार के साथ रेड लाइट एरिया चले गए। इसी दौरान आसनसोल पुलिस ने वहां छापा मारा। पुलिस ने चारों जवानों को हिरासत में ले लिया और कैदी खुद कोडरमा उपकारा पहुंच गया। इससे कोडरमा जेल में हड़कंप मच गया। कैदी से जब पूछताछ की गई, तो उसने सारी बातें जेलर को बताई।

मुखिया को आजीवन कारावास की सजा

सिल्ली के सलदाग पंचायत की मुखिया जयंती देवी समेत अन्य दो को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। जयंती देवी पर वर्ष 2012 में युवक नरेंद्र महतो की हत्या करने का आरोप था। इस मामले में आरोपी तीन साल से जेल में बंद थी। शनिवार को इस मामले की अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान पीडि़त पक्ष ने हत्याकांड से संबंधित साक्ष्य अदालत में प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर अदालत ने जयंती देवी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

Posted By: Inextlive