- एप्लीकेशन लेकर दौड़ रहे फरियादी, नहीं हो रही कार्रवाई

- एसएसपी दे रहे जांच का निर्देश, मौके पर नहीं पहुंचती पुलिस

GORAKHPUR: फरियादियों की बाद सुनकर तत्काल कार्रवाई करने का एसएसपी का निर्देश हवा में रह जा रहा है। शिकायती प्रार्थना पत्रों पर कोई एक्शन लेने के बजाय थानेदार मामलों को टरका रहे हैं। इससे पीडि़तों को जहां न्याय नहीं मिल पा रहा, वहीं सीनियर अफसरों की साख खराब हो रही। इंसाफ की दरकार लिए लोग यह कह रहे है कि सिर्फ दबंगों की बात सुनी जा रही है। एसएसपी ने कहा कि थानेदारों की लापरवाही पर नजर रखने के लिए हर फरियादी को एप्लीकेशन की फोटो कॉपी दी जाती है। जिस थानेदार के खिलाफ मामला सामने आता है उस पर विभागीय कार्रवाई की जाती है।

केस1

28 जुलाई 2019 को कैंपियरगंज एरिया के बलुआ निवासी सुनील कुमार अपने पोल्ट्री फॉर्म पर जा रहे थे। रास्ते में कुछ लोगों के बीच झगड़ा हो रहा था। बीच बचाव करने पर मनबढ़ों ने सुनील को पीट दिया। उनको अपमानित किया। शिकायत करने पर कैंपियरगंज पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। 31 जुलाई को वह एसएसपी से मिलने पहुंचे। एसएसपी ने एसएचओ कैंपियरगंज को घटना की जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। हालत यह है कि तीन दिनों तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। सोमवार को कार्रवाई की मांग को लेकर वह दोबारा एसएसपी से मिलने पहुंचे।

केस 2

जंगल छत्रधारी निवासी जवाहिर की पत्‍‌नी निर्मला देवी ने जीआरपी में तैनात दरोगा को भूमि खरीदने के लिए तीन लाख 56 हजार रुपए दिए थे। वर्ष 2016 में सौ रुपए के स्टैंप पेपर पर इसका एग्रीमेंट भी हुआ था। महिला के रुपए मांगने पर दरोगा ने जानमाल की धमकी दी। एक हफ्ते पूर्व वह एसएसपी से मिलीं। एसएसपी ने मामले की जांच के लिए पिपराइच एसएचओ को पत्र भेज दिया लेकिन इस मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी।

केस 3

सहजनवां, मईला की रहने वाली जयंतीरा का आरोप है कि तीन जुलाई की रात उनके बेटे की हत्या कर दी गई थी। इसका मुकदमा थाना में दर्ज हुआ। आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने कोई विवेचना शुरू नहीं की है। करीब एक माह बाद भी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।

केस 4

कोतवाली एरिया के ईस्माइलपुर मोहल्ला निवासी गंगा प्रसाद एक हफ्ते से पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। आरोप है कि कुछ लोग उनके दरवाजे पर पशु काटते हैं। इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। फिर उन्होंने एसएसपी को पत्र देकर कार्रवाई की मांग उठाई। एक हफ्ते से वह दौड़ रहे हैं। सोमवार को दोबारा उन्होंने एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग उठाई।

नुकसान उठाते लोग, दौड़भाग में बीतता दिन

सोमवार से लेकर शनिवार तक फरियादियों का तांता पुलिस अधिकारियों के दफ्तर में लगा रहता है। इनमें तमाम ऐसे होते हैं जो करीब-करीब हर हफ्ते पहुंचते हैं। वह जब एप्लीकेशन लेकर अधिकारियों को पास जाते हैं कि उनको फिर से थाने पर भेज दिया जाता है। थानों की हालत यह है कि एसएसपी का निर्देश दरोगाओं के लिए कोई मायने नहीं रखता।

कोर्ट में जाने को मजबूर, जेब पर पड़ता भारी

पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत लेकर पहुंचने वाले लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ती है। एक तो उनका किराया भाड़ा खर्च हो जाता है। दूसरे पूरा दिन दौड़भाग में खत्म हो जाता है। इंसाफ न मिलने पर परेशान लोगों को कोर्ट की शरण में जाना पड़ता है। इससे फरियादियों को काफी नुकसान पहुंचता है।

वर्जन

फरियादियों को उनके एप्लीकेशन की फोटोकॉपी दी जाती है। कार्रवाई न होने की दशा में जो फरियादी दोबारा मिलने आते हैं उस पर संबंधित थानेदार से जवाब तलब किया जाता है। विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। लापरवाही सामने आने पर ही हाल में कई लोगों का कार्यक्षेत्र बदला गया था। जिस एसओ की शिकायत आएगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive