- लखनऊ में हुआ था रणजीत बच्चन का मर्डर

- शूटर का गोरखपुर कनेक्शन तलाश रही पुलिस

GORAKHPUR:

लखनऊ में मार्निग वॉक के दौरान गोलियों के शिकार हुए गोरखपुर के मूल निवासी रणजीत बच्चन के मर्डर में पुलिस खाली हाथ है। गोली मारने वाले शूटर का लोकल कनेक्शन तलाशने में पुलिस टीम जुटी है। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच भी अपने स्तर से जानकारी पाने की कोशिश में लगी है। पूछताछ के लिए उठाए गए चार लोगों में शामिल तीन को पुलिस ने छोड़ दिया। एक अन्य से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति की मदद से गुलरिहा, पतरा की भूमि रणजीत ने खरीदी थी। साइकिल यात्रा में वह उनके साथ रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच लखनऊ पुलिस कर रही है। जल्द ही आरोपी पकड़ लिया जाएगा।

एक संदिग्ध से पुलिस कर रही पूछताछ

गोरखपुर के मूल निवासी रणजीत बच्चन की लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मार्निग वॉक पर निकले रणजीत को शूटर ने तब शिकार बनाया। जब वह पार्क में अपने रिश्तेदार संग मार्निग वॉक पर जा रहे थे। हिंदूवादी नेता के रूप में चर्चित हो रहे रणजीत बच्चन के मर्डर से लखनऊ में हड़कंप मच गया। घटना की सुबह ही गोरखपुर में तैनात रहे चुके इंस्पेक्टर और दरोगाओं को क्लू तलाशने की जिम्मेदारी सौंप दी गई। गुलरिहा में थानेदार रह चुके एक इंस्पेक्टर ने अपने परिचितों को फोन करके जानकारी ली। एक अन्य पुलिस अधिकारी भी रणजीत बच्चन के बारे में डिटेल मांगते रहे। साइकिल यात्रा से चर्चा में आए रणजीत ने सपा से जुड़कर अपना दायरा बढ़ा लिया था। करीब तीन साल से गेरुआ धारण करके वह कई प्रदेशों में जा चुके थे। तमाम लोग उनके शिष्य बन गए थे। घटना की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने कई लोगों को उठाया। इनमें गोरखपुर के चार लोग भी शामिल थे। मंगलवार को तीनों को पुलिस ने छोड़ दिया। लेकिन रणजीत की साइकिल यात्रा और गुलरिहा में भूमि दिलाने में जुड़े रहे व्यक्ति से पूछताछ चल रही है। अचानक बंद हुए मोबाइल नंबर और फैमिली बैक ग्राउंड को भी तेजी से खंगाला जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही गुत्थी सुलझा ली जाएगी। माना जा रहा है कि मर्डर का कनेक्शन गोरखपुर से है। उधर गोरखपुर एसटीएफ की टीम भी अपने नेटवर्क के जरिए मर्डर की तह तक जाने के लिए रास्ते खोज रही है।

जिले में कुछ लोगों से पूछताछ की गई। लेकिन कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी। कुछ लोगों से लखनऊ में पूछताछ की जा रही है। गोरखपुर जिनसे बातचीत की गई। उनसे कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी।

प्रवीण सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच

Posted By: Inextlive