एसएसपी के साथ जीवन ज्योति अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची पुलिस टीम को मिली जानकारी

घटना से एक सप्ताह पहले अस्पताल में रखवाए थे पांच कर्मचारी, पुलिस ने शुरू की इनकी तलाश

ALLAHABAD: डॉ। एके बंसल मर्डर केस के खुलासे में लगी पुलिस को जांच की उचित दिशा भले ही नहीं मिली है, लेकिन हालात नीरज मिश्रा नाम के शख्स को लेकर जुड़े सवालों को और गंभीर बनाते दिख रहे हैं। डॉ बंसल हत्याकांड के समय नीरज का अस्पताल में ही मौजूद रहना। उसके द्वारा घटना से एक सप्ताह पहले ही अस्पताल में चार-पांच कर्मचारियों की तैनाती कराना पहले से ही पुलिस को खटक रहा था। सोमवार को क्राइम ब्रांच के साथ ही एक बार फिर जीवन ज्योति अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एसएसपी शलभ माथुर के सामने यह तथ्य आया कि उक्त सभी कर्मचारी गायब है। इससे पुलिस के शक की सुई इस ओर और गहरा गयी है।

कुंडली तैयार करने में जुटी पुलिस

अस्पताल के एक नजदीकी शख्स के जरिए नीरज मिश्रा द्वारा नौकरी पर रखवाए गए पांच लोगों के गायब मिलने की बात सामने आते ही पुलिस इनकी खोजबीन में जुट गयी है। पुलिस को आशंका है कि कहीं इनके तार तो हत्याकांड से जुड़े नहीं हैं। पुलिस इनकी कुंडली तैयार करने में जुट गयी है। साथ ही ऐसे कर्मचारियों की भी लिस्ट बन रही है जो घटना के बाद से अस्पताल नहीं आए या कोई बहाना बताकर चले गए हैं।

सोमवार को एसएसपी शलभ माथुर समेत जिले के कई बड़े पुलिस अफसर जीवन ज्योति हॉस्पिटल छानबीन के लिए पहुंचे थे। उन्होंने डॉ। एके बंसल के चैम्बर और आसपास के एरिया की बारीकी से जांच की। इस दौरान कई डाक्टर्स और कर्मचारियों से भी पूछताछ की। एसएसपी के साथ एसपी सिटी डा विपिन टाड़ा ने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। चौथे फ्लोर पर डॉ। बंसल के प्राइवेट चैम्बर में एक-एक कर सारे कर्मचारियों से गहनता से पूछताछ की कि डयूटी के दौरान कौन कहां था। उस वक्त उस कर्मचारी की डयूटी कहां थी। कौन कौन डॉ। बंसल से मिलने उनके चैम्बर में आया था।

तीन कर्मचारियों को उठाया

घटना के बाद अस्पताल और वहां के सभी कर्मचारियों पर नजर गड़ाए क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को पूछताछ के दौरान शक के आधार पर अस्तपाल की एक रिशेप्सनिस्ट समेत दो अन्य कर्मचारियों को साथ ले गयी। टीम देर रात तक इनसे कड़ाई से पूछताछ करती रही। लेकिन इनसे भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।

गार्डो से हुई पूछताछ

उधर अस्पताल में तैनात दर्जन भर गार्डो को भी पूछताछ के लिए सोमवार को पुलिस लाइन में बुलाया गया था। सभी से पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ की। जो गार्ड डयूटी पर नहीं थे उन्हें फोन कर पुलिस लाइन बुलाकर पूछताछ की गयी।

नोटबंदी फैक्टर पर भी नजर

डॉक्टर एके बंसल ने डाक्टरी पेशे के साथ जमीन और शिक्षा जगत के माध्यम से अरबों रुपए की अचल अचल सम्पत्ति बना ली थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आठ नवम्बर को अचानक नोटबंदी के आदेश के बाद डाक्टर बंसल ने करोड़ों की रकम को कुछ लोगों को दी थी। पैसे की लालच में आकर तो घटना को अंजाम नहीं दिया गया, इस एंगिल पर भी जांच हो रही है।

घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ की कई कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई। जो लोग डयूटी से गायब हैं या फिर वो किन्हीं कारणों से नहीं आ रहे हैं उनके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। अस्पताल में नए कर्मचारियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

इरफान अंसारी, एएसपी क्राइम

Posted By: Inextlive