-वायरल हो रही फोटो और मैसेज की जांच एसटीएफ को

- माहौल खराब करने वाले हर मैसेज रखी जा रही है नजर

LUCKNOW: शुक्रवार को आजमगढ़ में पैदा हुए तनाव के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर है। संप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के निर्देश वैसे तो हर मीटिंग में मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक देते रहे हैं। शुक्रवार को आजमगढ़ में एक धार्मिक ग्रंथ के पन्नों पर चाट बेचने की घटना के बाद पैदा हुए तनाव को देखते हुए पुलिस महानिदेशक ने नये सिरे से अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली फोटोज की जांच एसटीएफ से करने को कहा है। साथ ही संप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले किसी भी मैसेज पर निगाह रखने की जिम्मेदारी जिलों की सर्विलांस टीम के साथ एसटीएफ से भी करने को कहा है।

वायरल हो रहे मैसेज की जांच एसटीएफ

आजमगढ़ की घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं और लोगों की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। इसका संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने ऐसे वायरल हो रहे मैसेज पर अंकुश लगाने और उसे सर्कुलेट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ को कहा है। जावीद अहमद ंने बताया कि कुछ अराजक और शरारती तत्व प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों के साथ सख्ती से निपटा जा रहा है। आजमगढ़ में जो भी घटना हुई उस पर तत्काल कार्रवाई की गयी है। बाकी जांच स्थानीय पुलिस कर रही है।

बख्शे नहीं जाएंगे अफवाह फैलाने वाले

जावीद अहमद ने बताया कि सोशल मीडिया खासकर व्हाट्स एप्प और फेसबुक के जरिये अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एसटीएफ को कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों की शिनाख्त कर आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

मीटिंग में आईजी को दिये गये थे निर्देश

21 अप्रैल को हुई प्रदेश के सभी आईजी के साथ मीटिंग में डीजीपी ने इस प्वाइंट पर भी लंबा डिस्कशन किया था। इसमें उन ईशूज के बारे में डिस्कशन हुआ था, जिसकी वजह से धार्मिक या संप्रदायिक तनाव पैदा होने की नौबत आती है। इसमें डीजे और लाउड स्पीकर के साथ ईव टीजिंग जैसी घटनाओं को वजह बताया गया था। अब पुलिस के सामने इस तरह की नयी चुनौती सामने आयी है।

Posted By: Inextlive