- पीआरवी के साथ लोकल थाने की भी रखी गई जिम्मेदारी

- विक्टिम वुमेन को देंगे कंप्लेन स्टेटस जानने की जानकारी

आगरा। वुमन वायलेंस रोकने के लिए वुमेंस हेल्पलाइन को और मजबूत किया जा रहा है। पुलिस डोर-टू-डोर जाएगी। साथ ही, इसके लिए वुमेंस की कंप्लेन की सॉफ्टवेयर के माध्यम से मानीटरिंग की जाएगी। वुमेंस हेल्पलाइन पर आने वाली कंप्लेंट्स के बाद उसके रिजल्ट को एनालाइज किया जाएगा। इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है।

अब तक ये होता है

वुमेंस हेल्पलाइन पर कंप्लेंट्स मिलने पर अक्सर देखा गया है कि पीआरवी टीम मौके पर पहुंचती है। उनकी कंप्लेन को सॉल्व करने के लिए लोकल पुलिस स्टेशन पर जानकारी दी जाती है। सूचना को पीआरवी टीम आगे बढ़ा देती है। लेकिन इससे वुमेंस की कंप्लेन नहीं होती है।

लोकल पुलिस भी पहुंचेगी

हाल ही में शासन से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। कंप्लेन मिलने पर पीआरवी के साथ लोकल पुलिस भी वुमेंस के घर पहुंचेगी। महिला हिंसा के मामले को दर्ज किया जाएगा। इसे सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा। अगर गुंजाइश होगी तो मौके पर ही कंप्लेन को सॉल्व करने की कोशिश की जाएगी।

कंप्लेन का लेंगे फीडबैक

कंप्लेन सॉफ्टेवयर में अपलोड होने से अगर दोबारा उसी पीडि़त वुमेन का कॉल आएगा, तो पुलिस को मामले की जानकारी पहले से ही होगी। इससे कंप्लेन के स्टेट्स का भी अंदाजा लागया जा सकता है।

नोडल अफसर का मिलेगा सुपरविजन

पीडि़ता से संबंधित किसी भी मामले को पीआरवी नोडल अफसर के सुरपविजन में सॉल्व किया जाएगा। इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर पुलिस 181 पर कॉल कर पीडि़ता को व्हीकल भी मुहैया कराएगी। नोडल अफसर द्वारा पुलिस के आलाधिकारियों को भी इसकी पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके बाद 112 नंबर पर हेडक्वार्टर से फीडबैक लिया जाएगा।

पीडि़ता को देंगे जानकारी

वुमेन की कॉल पर पहुंची पुलिस कंप्लेन दर्ज करने का तरीका, सॉल्व करने की प्रक्रि या की जानकारी भी देगी। इसके साथ कंप्लेन के स्टेट्स की भी जानकारी किस तरह से ले सकते हैं, इस बारे में भी बताएगी। हाल ही में महिला कॉन्स्टेबल्स को भी इसी क्रम में पीआरवी में शामिल किया गया है।

यह होगी पुलिस की स्ट्रेटजी

-पीडि़त वुमेंस का डाटा सॉफ्टवेयर में होगा फीड

-वुमेंस की कंप्लेन पर पुलिस मौके पर पहुंच करेगी कार्रवाई

- आला अधिकारी करेंगे दर्ज कंप्लेन की समीक्षा

- कंप्लेन दर्ज करने के बाद पीडि़ता के रिलेटिव से करेगी संपर्क

- पीडि़त महिला की जीपीएस लोकेशन होगी ट्रेस

- टीम में मौजूद महिला कॉन्स्टेबल स्वास्थ्य ब्योरा तैयार करेगी

- दोबारा कंप्लेन पर पीडि़ता से संबंधित डिटेल होगी स्क्रीन पर

- कंप्लेन (हर महीने)

740 करीब

-लगभग समझौते (हर महीने)

150 से 200

इस नंबर पर कॉल कर मंगाएं व्हीकल

181

पुलिस हेल्पलाइन नंबर

112

वर्जन

वुमेंस की कंप्लेन पर पुलिस डोमेस्टिक वायलेंस की जानकारी लेगी। उसकी डिटेल भी तैयार करेगी। पीआरवी और लोकल पुलिस उन्हें कंप्लेन के प्रति मॉटिवेट करने के साथ स्टेट्स की जानकारी भी देगी।

- बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी

वर्जन

महिला थाने में हर दिन 30 से 35 तक कंप्लेन आती हैं, जिसमें से 5 से 6 कंप्लेन में समझौते हो जाते हैं। प्रयास यही रहता है कि आपसी सुलह से परिवार को बिखरने से रोका जाए।

- अलका ठाकुर, महिला थाना प्रभारी

Posted By: Inextlive