-पुलिसकर्मियों व एबीवीपी पदाधिकारियों में हुई नोकझोक,

शहर को जाम से निजात देने में जुटी पुलिस और एबीवीपी कार्यकर्ताओं में मंगलवार को जमकर नोकझोंक हुई। कार्यकर्ताओं ने एक सिपाही पर दु‌र्व्यवहार का आरोप लगाते हुए दशाश्वमेध थाना के सामने जमकर हंगामा किया। काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज व संस्कृत यूनिवर्सिटी के एबीवीपी पदाधिकारी सिपाही पर कार्यवाई की मांग को लेकर थाना के सामने धरना पर बैठ गए। मामला बढ़ता देख सीओ दशाश्वमेध स्नेहा तिवारी ने किसी तरह छात्र नेताओं को समझा बुझाकर शांत कराया।

गली में था कार्यालय, सिपाही ने रोका

मौनी अमावस्या स्नान पर कुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं से पूरा शहर जाम था। मैदागिन से लेकर गोदौलिया तक मार्ग पर जगह-जगह यातायात प्रतिबंधित रहा। इस रस्ते से निकलने वाली गलियों में भी कई जगह बैरिकेडिंग की गई थी। इन सब के बीच दशाश्वमेध थाने से लगायत बांसफाटक निकलने वाले रास्ते पर भी बैरिकेडिंग थी। उसी रास्ते की गली में एबीवीपी का कार्यालय भी है। कार्यालय पर जा रहे एबीवीपी पदाधिकारी को वहां तैनात एक पुलिसकर्मी ने रोक दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् काशी प्रांत के संगठन मंत्री विजय प्रताप का आरोप है कि उक्त पुलिसकर्मी ने उनसे दु‌र्व्यवहार व गाली-गलौज किया। यह बात जैसे ही अन्य पदाधिकारियों को पता चली तो भारी संख्या में छात्र जुट गए और आरोपी सिपाही पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। धरना में विद्यापीठ के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष सिंह, अध्यक्ष हरिश्चंद्र अंकित सिंह, महामंत्री एसएसयू राधे पांडेय, रिषभ सिंह, अश्रि्वनी सिंह, शिवम सिंह, राजमंगल पांडेय, शुभम सेठ आदि रहे।

Posted By: Inextlive