- सुरक्षा मुख्यालय ने डीजीपी मुख्यालय को भेजा प्रस्ताव

- सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों का फिजिकल प्रोफिशिएंसी टेस्ट कराने का प्रस्ताव

- 35 वर्ष या उससे कम उम्र वाले पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात करने की सिफारिश

LUCKNOW : प्रदेश के माननीयों की सुरक्षा के लिये तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को अब 'अग्निपरीक्षा' देनी होगी। सोमवार को माननीयों की सुरक्षा रिव्यू करने के बाद अब सुरक्षा मुख्यालय ने डीजीपी मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में सुरक्षा में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों की फिजिकल और मेंटल एबिलिटी जांचने के लिये फिजिकल प्रोफिशिएंसी टेस्ट कराने की सिफारिश की गई है। हालांकि, इसके मानक क्या होंगे, इस पर अभी बात नहीं बन सकी है। सुरक्षा मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि यह कवायद पुलिसकर्मियों को केंद्रीय बलों के सुरक्षा में तैनात कर्मियों की क्षमता के बराबर लाने के लिये की जा रही है।

मानक केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक

सुरक्षा मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, डीजीपी मुख्यालय को भेजे गए प्रस्ताव में माननीयों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों का फिजिकल प्रोफिशिएंसी टेस्ट कराने की सिफारिश की गई है। इसके तहत पुलिसकर्मियों की फिटनेस के साथ मेंटल एफिशिएंसी जांची जानी है। सीधे शब्दों में कहें तो विभाग यह जांचना चाहता है कि अगर अचानक प्रतिकूल परिस्थिति सामने आ जाए तो सुरक्षा में तैनात अमुक पुलिसकर्मी कितनी जल्दी और कितना बेहतर तरीके से रिस्पॉन्स करेगा। इसके जरिए माननीयों की सुरक्षा को और भी फुलप्रूफ करने की तैयारी है। बताया गया कि इस टेस्ट के मानक अभी तय नहीं हैं, इसे देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा तय किये मानकों को ही नजीर मानकर कार्यवाही की जाएगी।

पहले से है प्रावधान

जानकारों के मुताबिक, सुरक्षा मुख्यालय ने जिस फिजिकल प्रोफिशिएंसी टेस्ट की सिफारिश की है, उसका प्रावधान केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों मसलन सीआईएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपी व एसएसबी में पहले से ही है। इसके तहत किसी शख्स की सुरक्षा में तैनात किये जाने वाले जवानों को इस टेस्ट से होकर गुजरना होता है। हालांकि, यूपी पुलिस में ऐसा कोई प्रावधान नहीं था। लिहाजा जवान सीधे यूपी पुलिस की विभिन्न शाखाओं से सुरक्षा शाखा में आते थे और उन्हें सीधे तैनाती दे दी जाती थी। हालांकि, अब इसके लिये कवायद शुरू की गई है।

बॉक्स

35 वर्ष से कम हो उम्र

सुरक्षा मुख्यालय द्वारा डीजीपी मुख्यालय को भेजे गए प्रस्ताव में फिजिकल प्रोफिशिएंसी टेस्ट के साथ ही माननीयों की सुरक्षा के लिये 35 वर्ष या उससे कम उम्र के अधिकारियों व जवानों की तैनाती की सिफारिश की गई है। अधिकारियों का मानना है कि अधेड़ अधिकारी या जवान के मुकाबले कम उम्र के अधिकारी व जवान बेहतर रिजल्ट दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है।

Posted By: Inextlive