पब्लिक की सूचना पर पहुंची डॉयल 112, झांकने नहीं गए एसएचओ

पिपराइच, महावीरपुरम, हैदरगंज मोहल्ले में मची रही अफरा-तफरी

GORAKHPUR: हैदरगंज, महावीरपुरम मोहल्ले में एक महिला ने नौकरी का झांसा देकर विधवा नौकरानी और उसकी बेटियों को बंधक बना लिया था। गुरुवार की दोपहर पब्लिक की सूचना पर पुलिस ने मां-बेटियों को मुक्त कराया। जांच-पड़ताल के बाद प्रकरण की जानकारी एसएचओ पिपराइच को दी। एसएचओ ने मामले की दोबारा जांच कराने का आश्वासन दिया। दोनों पक्षों को शुक्रवार को थाने पर बुलाया गया। आरोपित महिला की हरकत से मोहल्ले के लोगों में आक्रोश है। बंधक बनाकर रखी गई मां-बेटी ने बेल्ट और डंडे से पिटाई का आरोप मालकिन पर लगाया है।

किराए पर मकान लेकर रहती है महिला

बलिया में तैनात एसआई का मकान हैदरगंज मोहल्ले में है। उसी मकान में देवरिया, गौरीबाजार की एक महिला किराए पर रहती है। गगहा, हरिहपुर निवासी एक विधवा महिला की माली हालत खराब हो गई थी। इस बात की जानकारी किसी तरह से महिला को हुई। विधवा महिला को उसने अपने घर में नौकरानी बना लिया। उसके 11 साल के बेटे और 17 साल की जुड़वा बेटियों को स्कूल में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस बीच विधवा को बेटा ननिहाल चला गया। कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक-ठाक चलता रहा। लेकिन बाद में मां-बेटी को कमरे में कैद करके महिला ने दूसरी बेटी को कहीं बाहर भेजना शुरू कर दिया। विरोध करने पर वह दोनों की पिटाई करने लगी।

मां-बेटी के रोने- चिल्लाने पर लोगों को हुई जानकारी

गुरुवार की दोपहर आरोपित महिला अपने पति संग कहीं चली गई। घर में कैद पीडि़त मां-बेटी जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उनकी आवाज सुनकर मोहल्ले के कुछ युवक पहुंचे। उन्होंने घर में बंधक बनाकर रखी गई मां-बेटी का वीडियो बनाकर लैंडलार्ड के रिश्तेदार को भेज दिया। रिश्तेदार ने ही मां-बेटी को बंधक बनाए जाने की सूचना पुलिस को दी। ताला खुलवाकर पुलिस ने बंधक बनी नौकरानी और उसकी बेटी को बाहर निकाला।

बेल्ट और डंडे से महिला करती है पिटाई

पुलिस को देखते ही बंधक बनी मां-बेटी फफक कर रोने लगी। विधवा ने पुलिस को बताया कि उसे और उसकी एक बेटी से नौकरानी का काम कराया जाता है। जबकि एक बेटी को रोजाना सुबह ही महिला कहीं भेज देती है। उसके इंकार करने पर पिटाई की जाती है। वह कहां जा रही है यह पूछने पर बताती है कि नौकरी करने गई है। जबकि उससे क्या काम कराया जा रहा है। इसके बारे में कभी नहीं बताती है। घर में बंधक बनाकर रखी गई किशोरी के दोनों पैर जख्मी हो गए है। किशोरी ने पुलिस को अपने पैर दिखाए। मां-बेटी ने पुलिस को बताया कि काम से मना करने पर बेल्ट और डंडे से उनकी पिटाई की जाती है। तीन माह से न तो उनको स्कूल में नौकरी दिलाई गई। न ही काम के बदले कोई वेतन दिया गया।

एक नौकरानी और उसकी बेटी के उत्पीड़न की सूचना मिली है। दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया गया है। मामले की जांच के लिए दरोगा को मौके पर भेजा गया। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

प्रमोद त्रिपाठी, एसएचओ, पिपराइच

Posted By: Inextlive