RANCHI:राजधानी समेत राज्य भर के 700 से ज्यादा अपराधियों पर पुलिस नकेल कसने की तैयारी में है। फरार अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस मुख्यालय ने निर्देश जारी कर दिया है। साथ ही सीआईडी के द्वारा तैयार किए गए डेटा पर काम शुरू कर हो गया है। क्राइम ब्रांच के सभी अधिकारियों को जल्द से जल्द रिपोर्ट बनाकर सौंपने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर आपराधिक गैंग्स का डेटा नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही बड़े अपराधियों के खिलाफ ईनाम घोषित करने की तैयारी चल रही है।

39 गिरोह, 704 अपराधी वांटेड

झारखंड में सक्रिय 39 बड़े आपराधिक गिरोह और उससे जुड़े 704 शीर्ष अपराधियों पर नए सिरे से रिपोर्ट तैयार की जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी और सभी क्त्राइम ब्रांच प्रभारियों से आपराधिक गैंग के सरगना, उनके सदस्यों के खिलाफ दर्ज मामलों की अद्यतन रिपोर्ट और उनकी गतिविधियों की जानकारी मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद फरार अपराधियों के खिलाफ ईनाम घोषित करने की कार्रवाई की जाएगी। सीआईडी के अधिकारियों के मुताबिक, बड़े अपराधियों के खिलाफ दर्ज कांडों की समीक्षा कर उसका स्पीडी ट्रायल भी कराया जाएगा।

थानों में खंगाला जाएगा पेडिंग वारंट

थानों में कई वांटेड अपराधियों के वारंट कोर्ट से भेजे गए हैं जो पेडिंग लिस्ट में हैं। सभी जिलों के एसपी अब थानों में पड़े इन पेडिंग वारंटों की छानबीन करेंगे। कितने वारंट पेडिंग हैं, कितनों का निष्पादन किया गया, कितने अपराधी जेल भेजे गए, कितने मृत हुए, कितने गायब हैं जैसे कई सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे।

ये हैं राजधानी के वांटेड

लखन सिंह गैंग

रांची का गैंगेस्टर लखन सिंह साल 2013 में तुपुदाना ओपी के हाजत से फरार हो गया था। व्यवसायी राजू धानुका हत्याकांड के बाद चर्चा में आए लखन ने पुलिस से बचने के लिए अपनी ही मौत की झूठी कहानी भी गढ़ी थी। सीआईडी मुख्यालय ने लखन सिंह और उसके गिरोह के 26 अपराधियों की गतिविधि की अद्यतन रिपोर्ट मांगी है। लखन का भाई गेंदा सिंह उसके गिरोह की कमान संभाल रहा है। वर्तमान में वह जेल में बंद है।

लवकुश शर्मा

पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर समरेंद्र सिंह से एक करोड़ की रंगदारी मांगने और पैसे नहीं देने पर गोली चलाने समेत हत्या, रंगदारी, आ‌र्म्स एक्ट के कई मामलों में लवकुश के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। सीआईडी ने लवकुश उसके भाई विपिन, गैंग के सहयोगी अंश शर्मा समेत 23 अपराधियों की गतिविधि की अद्यतन रिपोर्ट मांगी है।

नरेश सिंह उर्फ बुतरू

जगन्नाथपुर इलाके में रहने वाला नरेश सिंह पूर्व में चौहान गिरोह का मुख्य शूटर था। चौहान बंधुओं के मारे जाने के बाद नरेश जमीन कारोबार से जुड़ा है। नरेश और उसके गिरोह के छह अपराधियों की जानकारी सीआईडी जुटा रही है।

बिट्टू मिश्रा

बिट्टू मिश्रा और उसके गिरोह के छह अपराधियों को चिन्हित किया गया है। बिट्टू भी वर्तमान में जमीन और सूद के कारोबार से जुड़ा है।

राज्य के वांटेड अपराधियों की लिस्ट

कोयलांचल के गैंगेस्टर सुशील श्रीवास्तव की मौत के बाद उसका बेटा अमन श्रीवास्तव गैंग की कमान संभाल रहा है। अमन के गैंग ने हाल में लातेहार में कोल साइडिंग में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। अमन के गिरोह के अपराधियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। राज्य के बड़े गैंगेस्टर अखिलेश सिंह, कुणाल सिंह उर्फ डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, संथाल में संगठित तरीके से साइबर अपराध करने वाले अपराधियों के गिरोह पर भी जानकारी सीआईडी मुख्यालय ने मांगी है।

Posted By: Inextlive