बेहतर पुलिसिंग के लिए शासन से आया आदेश, थाने की गाडि़यों में लगेगा जीपीएस

17 थाने मेरठ शहर में एएचटीयू और महिला थाना समेत बने हुए हैं

15 थाने देहात में ग्रामीणों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बने हुए हैं

1 गाड़ी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट यानि एएचटीयू और महिला थाने में है

2 गाड़ी शहर और देहात के सभी थानों में पुलिस लाइन से दी गई हैं

62 गाड़ी जिले में कुछ मिलाकर थानों में दी गई है पुलिस लाइन से

थानों में दी गई दोनों गाडि़यों में लगेगा जीपीएस सिस्टम

150-180 पुलिसकर्मियों की पुलिस तैनाती की उपलब्धता है मेरठ जिले के थानों में

50-60 सिपाही थानों में तैनात हैं फोर्स की कमी के कारण

6 दरोगा की तैनाती अनिवार्य है थाने में

4-5 दरोगा की तैनाती है थानों में

30 थाने हैं जिले में

1 थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट

1 महिला थाना

Meerut। शासनादेश के बाद अब थानेदार हो या दारोगा सबकी गाडि़यां जीपीएस से लैस होंगी। इतना ही नहीं जीपीएस से मिलने वाली लोकेशन पर जीपीएस ट्रेकर के जरिए एसएसपी, एसपी सिटी समेत वरिष्ठ अधिकारी नजर रख सकेंगे। दरअसल, इस शासनादेश का उद्देश्य पुलिसिंग को बेहतर बनाना है।

सुधरेगी व्यवस्था

जाहिर तौर पर जीपीएस सिस्टम से जिले की पुलिसिंग में भी बदलाव देखने को मिलेगा। इससे जहां पुलिसकर्मियों की पल-पल की लोकेशन अधिकारियों को मिलती रहेगी वहीं पुलिसकर्मी किसी सूचना के कितनी देर बाद घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं, इसका रिकार्ड भी दर्ज किया जाएगा।

सभी थानों में दो-दो जीप मिली हुई है। जहां जीप नहीं है, वहां बुलेरो दी गई है। शासनादेश के तहत जल्द ही थानों की गाडि़यों को भी जीपीएस सिस्टम से लैस किया जाएगा।

होरी लाल सिंह, प्रतिसार निरीक्षक, मेरठ

Posted By: Inextlive