- सुबह ही तैनात हो गई पुलिस फोर्स, दफ्तर से हटाए गए

- मुख्यालय पर स्थित धरना स्थल पर किया प्रदर्शन

फीरोजाबाद। दो दिन से सीएमओ दफ्तर में धरना प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मी बुधवार को दफ्तर में धरना एवं प्रदर्शन नहीं कर सके। सुबह से ही दफ्तर पर पुलिस फोर्स तैनात था, संविदा कर्मी पहुंचे तो पुलिस फोर्स ने यहां पर धरना प्रदर्शन से इनकार कर दिया। कुछ कर्मी यहीं पर धरने की मांग पर अड़े भी, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते इन्हें धरना प्रदर्शन मुख्यालय पर बने हुए धरना स्थल पर ही करना पड़ा।

धरना स्थल पर संविदा र्किमयों की मांगो को स्वास्थ्य महकमे से जुड़े हुए अन्य कर्मचारियों का भी समर्थन मिला। चतुर्थ श्रेणी सहित अन्य कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने पहुंच कर यहां पर इनका हौंसला बढ़ाया। अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने कहा संविदा कर्मी पूरी तरह से कार्यबहिष्कार पर हैं। इसे हड़ताल का नाम गलत दिया जा रहा है हमने कार्य बहिष्कार किया है। प्रदेश स्तर पर सरकार से भी वार्ता जारी है। इस अवसर पर महामंत्री डा.प्रशांत अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कुछ संविदा र्किमयों से जबरन अधिकारी काम करा रहे हैं। धरना प्रदर्शन में गौरव, राहुल, रवि, डा.विलाल सहित जनपद भर से करीब साढ़े तीन-चार सौ संविदा कर्मी उपस्थित थे।

भाजपा एवं बसपा नेता भी धरना स्थल पर पहुंचे :

भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल ने धरना स्थल पर पहुंच संविदा र्किमयों की मांगों को सुना। इस अवसर पर संविदा र्किमयों ने उन्हें अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन सौंपा। प्रो.बघेल ने कहा इस ज्ञापन को वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचाकर संविदा र्किमयों की समस्याओं का निदान कराने का प्रयास करेंगे। इस समस्या का हल प्रदेश सरकार को निकालना है। प्रो.बघेल के साथ में कृपाल सिंह यादव, हनुमंत सिंह बघेल, प्रदीप यादव, मनोज पाठक, सुरेश बघेल, वरुण यादव, कंहैया लाल गुप्ता आदि थे। वहीं बसपा नेता खालिद नसीर भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होने संविदा र्किमयों को मांग को प्रदेश स्तरीय नेताओं तक पहुंचाकर इसे विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया।

सरकार विरोधी नारेबाजी पर हटा दफ्तर से :

दो दिन से संविदा कर्मी बगैर किसी रोक-टोक के सीएमओ दफ्तर में धरना प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन बुधवार को इन्हें हटाने के पीछे की तरह की चर्चाएं हैं। विश्वस्त सूत्रों की माने तो मंगलवार को धरना प्रदर्शन के दौरान सरकार विरोधी नारेबाजी की थी। विपक्षी दलों के नेता भी धरना प्रदर्शन में पहुंचे थे। इस दौरान दफ्तर का कार्य भी बाधित हुआ था। र्किमयों के धरना प्रदर्शन में राजनैतिक गतिविधियां बढ़ने की रिपोर्ट प्रशासन तक पहुंचने के बाद में प्रशासन ने तय किया था कि संविदा कर्मी अपना धरना प्रदर्शन तय स्थल पर ही करें।

Posted By: Inextlive