यह्रष्ठश्वक्त्ररून् : पुलिस महकमे के लिए शुक्रवार का दिन शर्मसार करनेवाला रहा। हत्या के मामले में सजायाफ्ता कैदी बैजू यादव को रांची के रिम्स में इलाज के बाद कोडरमा जेल ले जाने की जगह पुलिसकर्मी उसके साथ आसनसोल के रेडलाइट एरिया नौबतपुर में मौज करने चले गए। इसका खुलासा तब हुआ जब कैदी शुक्रवार को अकेले कोडरमा जेल पहुंचा। इसके बाद जेल प्रशासन और पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो सनसनीखेज तथ्य सामने आए। इस मामले को गंभीर मानते हुए डीजीपी दिनेश कुमार पांडेय ने कोडरमा के एसपी वाईएस रमेश को दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने का आदेश दिया है। वहीं आसनसोल की नौबतपुर पुलिस की गिरफ्त में आए चारों पुलिसकर्मियों को लाने के लिए कोडरमा के एएसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम रवाना हो गई है।

यह है मामला

घटना के संबंध में बताया जाता है कि 17 मार्च को कोडरमा मंडल कारा से कैदी बैजू यादव को कोडरमा पुलिस लाइन में पदस्थापित हवलदार अमानत, संतोष कुमार (पुलिस सं। 328), धनंजय कुमार सिंह (पुलिस सं। 435) और मदन कुमार (पुलिस सं। 324) इलाज के लिए रिम्स ले गए थे। वहां इलाज के बाद बैजू यादव को गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। वहां से उसे लेकर लौटने के क्रम में सभी लोग कोडरमा लौटने के बजाय रेडलाइट एरिया आसनसोल के नौबतपुर चले गए। वहां की पुलिस के छापे में चारों पुलिसकर्मी आ‌र्म्स के साथ पकड़े गए, जबकि कैदी बैजू किसी तरह भागकर ट्रेन से कोडरमा स्टेशन और फिर मंडल कारा पहुंचा। उसे अकेले देख जेल अधाीक्षक के होश उड़ गए। पूछताछ करने पर वह सटीक जवाब नहीं दे पाया। इसकी सूचना जेल अधीक्षक ने पुलिस के उच्चधिकारियों को दी। इसके बाद कोडरमा पुलिस बैजू यादव को थाना में लाकर पूछताछ कर रही है।

एजेंटी विवाद में हत्या

2005 में एजेंटी विवाद को लेकर झुमरीतिलैया सुंदर होटल के बगल के निवासी बबलू यादव की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में बैजू यादव समेत अन्य को आजीवन कारावास की सजा हुई थी।

कोट ::

'मामला काफी गंभीर है। इसमें दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने का आदेश कोडरमा एसपी को दिया गया है।'

-दिनेश कुमार पांडेय, डीजीपी, झारखंड

Posted By: Inextlive