मेडिकल थानाक्षेत्र में 18 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज

डीजीपी ने तलब की रिपोर्ट, पीआरवी को अब मुख्यालय को देना होगा अपडेट

Meerut। लव जेहाद प्रकरण ने तूल पकड़ा तो सरकार की साख दांव पर आ गई और डीजीपी ओपी सिंह के आदेश पर हिंदूवादियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। हालांकि युवती के साथ अश्लील वार्तालाप और पहचान उजागर करने वाले पुलिसकर्मियों को विभाग बचा गया।

छात्रा के साथ अश्लीलता

मामला मंगलवार का है, जब थाना मेडिकल क्षेत्र स्थित जागृति विहार सेक्टर-6 में विशेष संप्रदाय के युवक के साथ प्रेम संबंध रखने पर पुलिसकर्मियों की शह पर न सिर्फ युवक बल्कि युवती के साथ भी हिंदूवादियों ने अभद्रता और मारपीट की। इस मामले में डायल 100 की पीआरवी संख्या 563 पर तैनात हेड कांस्टेबल सलेखचंद्र, कांस्टेबल नीटू सिंह के अलावा छात्रा के साथ मारपीट करने वाली महिला कांस्टेबल प्रियंका सिंह को वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी अखिलेश सिंह ने सस्पेंड कर दिया तो वहीं होमगार्ड सेंसरपाल की बर्खास्तगी के लिए होमगार्ड कमांडेट को पत्र लिखा। डीजीपी ओपी सिंह ने प्रकरण पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कथित हिंदूवादियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दे दिए।

18 नामजद 25 अज्ञात

थाना मेडिकल में दर्ज मुकदमे में बुधवार को विहिप के प्रांत कार्यालय प्रमुख मनीष लोहिया, प्रखंड गोरक्षा प्रमुख कृष्ण गोस्वामी, दीपक प्रताप, शिवदीप ठाकुर, गौरव चौहान, आयुष शर्मा, रोबिन चौहान, विजेंद्र राणा, योगेश सैनी, प्रशांत मलिक, नितेश पंवार, राजकुमार, शशांक त्यागी, विश्वस त्यागी, सुमित गिरि, आरथ सिंह, हर्ष ठाकुर और मयंक त्यागी को नामजद किया गया है। दरोगा प्रमोद कुमार की ओर से दर्ज मुकदमे में 25 अज्ञात लोगों को भी शामिल किया गया है। आईपीसी की धारा 147, 452, 298, 504, 506 आदि में थाना मेडिकल में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिसकर्मियों को अभयदान

छात्रा के साथ अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करने, हिरासत में मारपीट करने, पहचान उजागर करने के आरोपी पुलिसकर्मियों को विभाग ने अभयदान दे दिया। मुकदमे में महिला पुलिसकर्मी समेत 3 पुलिसकर्मियों को शामिल नहीं किया है तो वहीं होमगार्ड का नाम भी तहरीर में नहीं है। सीओ सिविल लाइन्स राम अर्ज का इस संबंध में कहना है कि पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, उनके खिलाफ जांच चल रही है।

डीजीपी ने तलब की रिपोर्ट

सोशल मीडिया पर घटनाक्रम की वीडियो वायरल होने के बाद एक ओर सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है तो वहीं डीजीपी ओपी सिंह सीधे मेरठ पुलिस के संपर्क में हैं। डीजीपी के निर्देश पर बुधवार को एसएसपी अखिलेश सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को थानाक्षेत्रों में तैनात पीआरवी को ब्रीफिंग के आदेश दिए।

हर घंटे का अपडेट

नई व्यवस्था के तहत एसएसपी कार्यालय को हर घंटे जनपद में संचालित डायल 100 की हर पीआरवी का हर मूवमेंट डीजीपी कार्यालय को अपडेट करना होगा। सूत्रों के मुताबिक जल्द ऐसा सिस्टम डेवलेप होगा, जिससे पीआरवी की लोकेशन को जियो टेगिंग से ट्रेस किया जा सके।

घटनाक्रम के बाद बुधवार को 18 नामजद और 25 अज्ञात युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही हैं।

रणविजय सिंह, एसपी सिटी, मेरठ

Posted By: Inextlive