बरेली. लोकसभा चुनाव में पोलिंग बूथ बनाए गए स्कूलों में लाइट और पंखों की व्यवस्था करने के लिए वेडनसडे को टीचर और अफसर दौड़ते रहे. इलेक्शन से पहले यहां इनकी व्यवस्था करना जरूरी है. इसके लिए सुबह से ही अफसर स्कूलों से सूचना मांगते रहे. वहीं टीचर भी परीक्षा व मूल्यांकर काम छोड़कर किस रूम में फैन नहीं और किस रूम में बिजली नहीं इसकी सूची बनाने में लगे रहे.

वित्तीय वर्ष से पहले खर्च होना है बजट

दरअसल निर्वाचन आयोग ने पोलिंग बूथ पर रोशनी, पंखे आदि की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसके चलते शासन ने प्रदेशभर के 46961 प्राइमरी व जूनियर स्कूलों को 98,66,01,000 रुपए का बजट भी मंजूर कर दिया है. इसमें से प्रत्येक स्कूल को 1500 रुपये वायरिंग और 6,000 रुपये बल्ब व पंखे लगाने पर खर्च होने हैं. हालांकि अभी यह बजट विभाग को मिला नहीं है. सत्र समाप्ति से पहले मिलने की संभावना जताई जा रही है. बरेली के करीब 1200 प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल में पोलिंग बूथ बनाए जाने हैं. हालांकि वर्ष 2017 के निवार्चन के समय शासन ने जिले के परिषदीय स्कूलों को विद्युत कनेक्शन व प्रकाश व्यवस्था के लिए 80 लाख की धनराशि जारी की थी. लेकिन फिर भी 358 स्कूल ऐसे रहे जिनमें विद्युत विभाग कनेक्शन नहीं लगा सका. इसके अलावा अधिकांश विद्यालयों के सभी कक्षों में विद्युत में बिजली फिटिंग तक नहीं हैं. अब फिर से लोकसभा चुनावों को लेकर सुविधाएं मुहैया कराने की कवायद हो रही है.

Posted By: Radhika Lala