बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया यानी बीसीसीआई के फ़ैसलों पर क्रिकेटर कम राजनीतिक नेताओं की छत्रछाया ज़्यादा रही है.

बीसीसीआई को चलाने वाले और ख़ासकर अहम फ़ैसले लेने वाली कमेटियों, सब कमेटियों के ओहदेदारों में कम से कम 4 केंद्रीय मंत्री और एक राज्य के मुख्यमंत्री शामिल हैं। बीसीसीआई के इन अहम पदों पर सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के लोग भी विराजमान हैं।

राजीव शुक्ला, अनुराग ठाकुर

ऊर्जा राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बीसीसीआई की फाइनेंस कमेटी में चेयरमैन हैं। इसके अलावा वे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के खिलाफ़ जांच कर रही अनुशासन समिति के सदस्य भी हैं।

इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।

सीपी जोशी

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फ़ारुख़ अब्दुल्ला केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इसके साथ ही वे बीसीसीआई के ओहदेदार की भूमिका भी निभा रहे हैं।

फ़ारुख़ अब्दुल्ला न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय का काम देखने के साथ ही बीसीसीआई की मार्केटिंग सब कमेटी के चेयरमैन भी हैं।

अरुण जेटली

सांसद नवीन जिंदल भी बीसीआईआई में सरकार के नामित सदस्य हैं

सांसद नवीन जिंदल को सरकार की तरफ से बीसीसीआई में दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में नामित किया गया है।

जिंदल इंडस्ट्रीज़ के मालिक नवीन जिंदल की बीसीसीआई में अहमियत मानी जाती है।

उनके अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी भी क्रिकेट में दख़ल रखते हैं। वे फिलहाल हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।

इन राजनीतिक हस्तियों के साथ ही पूर्व में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के कई अध्यक्ष भी राजनीति से जुड़े रहे हैं।

इनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी और विलासराव देशमुख और एनसीपी नेता शरद पवार शामिल हैं।

Posted By: Inextlive