RANCHI : सिटी की आधी आबादी को जहरीले पानी की सप्लाई हो रही है। खासकर कांके डैम से सप्लाई होने वाली पानी प्रदूषित और बदबूदार हो चुकी है। डैम की सफाई नहीं होने और इसमें मरी मछलियां पानी को जहरीला बनाने का काम कर रही हैं। सप्लाई होनेवाली पानी से बदबू निकल रही है और उसे पेयजल के रुप में इस्तेमाल करना मुश्किल हो गया है। लेकिन, डैम की पानी को स्वच्छ व शुद्ध बनाने के लिए कोई ठोस पहल नहीं हो रही है।

हो रही स्किन की बीमारियां

इतना ही नहीं, कांके डैम के पानी से लोगों को स्किन से जुड़ी प्राब्लम्स हो रही हैं। विदित हो कि कांके डैम से सप्लाई होने वाली पानी में नाली और सेप्टिक टैंक का पानी भी घुल रहा है। ऐसे में यह सप्लाई वाटर इतना बदबूदार व प्रदूषित हो चुका है कि पीने लायक नहीं है। लेकिन, कांके व आसपास के इलाके की लगभग दो लाख आबादी कांके डैम के सप्लाई वाटर को पी रही है। सीएमपीडीआई, गांधीनगर, मिसिर गोंदा,विद्यापति नगर, डैम साइड, सर्वोदय नगर समेत कई मोहल्लों में कांके डैम से पानी की सप्लाई हो रही है।

सालों से सफाई नहीं हुई डैम की

कांके डैम की वर्षो से सफाई नहीं हुई। सफाई का काम एक बार शुरु भी हुआ, लेकिन आधे से कम डैम की सफाई के दौरान ही काम बंद हो गया। इससे डैम में गाद जमा हो गई है। आज भी यही पानी घरों में सप्लाई की जा रही है।

इस साल भी नहीं हो सका गहरीकरण

कांके और हटिया डैम को गहरा करने का प्रस्ताव भी फाइलों में ही धूल फांक रहा है। हटिया डैम में गहरीकरण का काम तो हुआ पर कांके डैम में इस साल भी गहरीकरण का काम नहीं किया गया। यहां गाद की समस्या बरकरार है साथ ही पानी में आक्सिजन की मात्रा भी काफी कम हो चुकी है। ऐसे में इस डैम का पानी प्रदूषित होने के साथ बदबू भी मार रहा है।

सीएम स्तर पर जांच का हुआ था आदेश

शिबू सोरेन के सीएम रहने के दौरान मामले की जांच के आदेश दिए गए लेकिन केवल खानापूर्ति कर आदेश को दबा दिया गया। अब डैम में मरी हुई मछलियों की सड़ गली लाशें धीरे धीरे कर घुलती जा रही हैं, लेकिन पानी की सफाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा। डैम से जो पानी सप्लाई हो रही है उससे नहाने से लोगों को खुजली की शिकायत हो रही है।

Posted By: Inextlive