-शहरी विकास में काटे गए पेड़ों का लेकर डॉक्टर्स ने जताई चिंता

-केंद्र सरकार पाल्यूशन बेस्ड तैयार करेगी मल्टी साइट स्टडी

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: क्या आपको पता है कि इस बार ठंड में कोहरा क्यों नहीं नजर आया? ऐसा इसलिए क्योंकि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर पिछले कुछ माह में शहर में चार हजार पेड़ों की कटाई हुई है। इससे मौसम में नमी की कमी है और कोहरा नहीं पड़ा। यह बात स्लीप एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। आशीष टंडन ने कही। वह बुधवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पॉल्यूशन लेवल बढ़ जाने से इस बार गर्मी भी जोरदार पड़ सकती है।

बढ़ गए हैं खांसी बुखार के मरीज

उन्होंने कहा कि फरवरी में मौसम में ऐसे बदलाव की उम्मीद नहीं थी। अचानक तापमान बढ़ा है। इससे अचानक फ्लू के पेशेंट्स की संख्या भी बढ़ी है। रिसर्च में पता चला कि पिछले तीन साल में स्वाइन फ्लू के बजाय इन्फ्लूएंजा ए से अधिक लोगों की जान गई है। पॉल्यूशन अधिक बढ़ने से श्वास नली में इंफेक्शन बढ़ता है। इससे फेफड़ों में भी ऑक्सीजन की कमी होती है और मरीज सीरियस हो जाता है।

02 शहरों को मिलेगी क्लीन एयर

इस मौके पर लखनऊ केजीएमसी के प्रो। सूर्यकांत ने भी अहम जानकारियां दीं। इसके मुताबिक

-दुनिया के मोस्ट पॉल्यूटेड 20 कंट्रीज में 14 अकेले भारत के हैं।

-कानपुर नंबर वन, वाराणसी नंबर और लखनऊ नंबर सात पर है।

-दो दिन पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अहम फैसले लिए हैं।

-इसके मुताबिक देश के मोस्ट पाल्यूटेड 102 शहरों प्रायोरिटी बेस पर क्लीन एयर प्रोजेक्ट पर काम होगा।

-इसके लिए 100 करोड़ का बजट भी जारी किया गया।

-इसी तरह देश के बीस ऐसे शहरों का चुनाव किया गया है जहां पर एक मल्टी साइट स्टडी होगी।

-इसमें पॉल्यूशन के रीजंस और इफेक्ट का डेटा तैयार होगा।

-तीन साल के इस शोध में केंद्र और राज्य के पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड सहयोग करेंगे।

मरीजों के लिए अब होम बेस्ड अक्सीजन

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डॉ। आशीष टंडन ने बताया कि मरीजों के लिए अब कंपनियां होम बेस्ड आक्सीजन तैयार कर रही है। यह विभिन्न कीमतों में अलग-अलग साइज के सिलेंडर्स में उपलब्ध हैं।

Posted By: Inextlive