-पॉलीथिन से भी ज्यादा खतरनाक, फिर भी मार्केट में धड़ल्ले से हो रहा यूज

-नगर आयुक्त ने एक लाख फाइन व एक साज जेल की सजा का दिया था आदेश

RANCHI (10 Jan): रांची समेत पूरे राज्य में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर बैन है। इसके बावजूद धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, पॉलीथिन की जगह ले चुका पॉली प्रोपायलीन भी मार्केट में तेजी से फैल रहा है। जो कि पहले इस्तेमाल किए जा रहे पॉलीथिन से भी ज्यादा खतरनाक है। इसके बावजूद रांची नगर निगम इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। बताते चलें कि नगर आयुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने पॉलीथीन का इस्तेमाल करने वालों पर एक लाख रुपए फाइन और एक साल जेल की सजा का आदेश जारी किया था।

जुट व पेपर बैग यूज करने का था आदेश

रांची नगर निगम ने सिटी के सभी प्रतिष्ठान संचालकों और दुकानदारों को जुट और पेपर बैग यूज करने का आदेश दिया था। लेकिन मार्केट में उसकी जगह जुट की तरह दिखने वाले बैग ने ले ली है। इसमें जुट की जगह पॉली प्रोपायलीन का भारी मात्रा में इस्तेमाल किया गया है। ताकि बैग की लाइफ बढ़ाने के साथ ही उसे मजबूती भी मिल सके।

सेहत के लिए हानिकारक, फिर भी मार्केट में

पॉलीथिन और प्लास्टिक लोगों की सेहत बिगाड़ रहे हैं। वहीं सिटी की नालियों और सड़कों के किनारे भी इसे देखा जा सकता है। इस वजह से नालियां भी जाम रहती हैं। चूंकि पॉलीथीन कागज या कपड़े की तरह गलता नहीं है। इसके बावजूद मार्केट में सभी के हाथों में पॉलीथिन की थैलियां नजर आ रही हैं। लोग कपड़े या जूट का बैग लेकर चलने में शर्मिदगी महसूस करते हैं। इस वजह से लोग घरों से भी बैग लेकर नहीं निकलते।

फल वाले कर रहे पाॅलीथिन यूज

जुटवाला बैग पालीथीन की तुलना में महंगा होता है। इस वजह से केवल बड़े प्रतिष्ठानों ने ही जुट वाले बैग का इस्तेमाल करना शुरू किया है। लेकिन पैसे बचाने के चक्कर में अब भी अधिकतर लोग पॉली प्रोपायलीन से बना बैग ही यूज कर रहे हैं। वहीं, फल बेचने वाले लोग तो अब भी पॉलीथीन में ही लोगों को फल बेच रहे हैं।

वर्जन

पॉलीथिन के इस्तेमाल पर तो रोक लगा दी गई है। लेकिन पॉलीथिन की तरह दिखने वाला पॉली प्रोपायलीन भी मार्केट में जगह ले चुका है। अब तो इसे भी बैन कर दिया गया है और रोक लगाने के लिए इंफोर्समेंट टीम छापेमारी कर रही है।

-डॉ.िकरण कुमारी, असिस्टेंट हेल्थ आफिसर, आरएमसी

Posted By: Inextlive