कैंट एरिया को पॉलीथिन फ्री जोन बनाने के लिए बोर्ड जुर्माने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. क्योंकि हाल ही में नालों की सफाई के बाद निकली सिल्ट में 70 परसेंट पॉलीथिन पाई गई है जो पर्यावरण के लिए काफी खतरनाक है.


पिछले कई सालों से कैंट बोर्ड अपने क्षेत्र को पॉलीथिन फ्री जोन बनाने के प्रयास में लगा हुआ है, लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिल पाई है। पॉलीथिन की लगातार बढ़ती खपत ने अधिकारियों को परेशान कर दिया है। कैंट अधिकारियों की मानें तो कैंट एरिया के सभी नाले पॉलीथिन की वजह से चोक हो रहे हैं। जिसकी वजह से पानी का बहाव कम हो गया है।500 से 5 हजार तक जुर्मानाकैंट बोर्ड लोगों पर पॉलीथिन यूज करने और सामान के साथ देने वालों पर 500 से 5000 रुपए तक का जुर्माना लगाने पर विचार कर रहा है.  इसके लिए वार्ड नंबर-तीन की सभासद ने पूरा मसौदा तैयार कर लिया है, जिसे वे सोमवार को सीईओ के सामने पेश करेंगी। कैंट के सूत्रों की मानें तो सीईओ इस पर पहले ही अपनी हरी झंडी दिखा चुके हैं। सोमवार को सिर्फ फॉरमैलिटी पूरी की जाएगी। जेल भी होगी
अगर लोग ये सोचें कि सख्ती होने पर केवल जुर्माना देकर बच जाएंगे, तो यह सोचना गलत है। क्योंकि अगर कोई दो से अधिक बार जुर्माना देकर छूटता है तो उसको जेल भेजने की भी व्यवस्था होगी। अधिकारियों की मानें तो इस बार पॉलीथिन पर अधिक सख्ती की जाएगी। अभी तक दुकानदारों को चेतावनी देकर छोड़ा जा रहा था, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ।अवेयरनेस प्रोग्राम फेलकैंट बोर्ड पिछले कई वर्षों से एंटी पॉलीथिन अवेयरनेस प्रोग्राम चला रही है। इसके लिए कैंट प्रशासन ने लोगों, बाजारों और दुकानदारों के बीच दुष्प्रभावों को बताने के लिए कई प्रोग्राम किए। मुख्य बाजारों और कैंट के चौराहों के बीच में बड़े-बड़े होर्डिंग्स भी लगवाए, जिसमें पॉलीथिन के दुष्प्रभावों को बताया गया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।5 लाख की पॉलीथिन रोजानाकैंट के मुख्य बाजारों आबूलेन, सदर आदि में 5 लाख रुपए से अधिक की पॉलीथिन रोजाना यूज हो रही है। कोई भी दुकानदार कागज के बैग यूज नहीं कर रहा है। इसके जिम्मेदार वो लोग भी हैं जो अपने घरों से क्लोथ बैग लेकर नहीं आते हैं। जबकि कई बार सामाजिक संगठन दुकानदारों को पेपर बैग दे चुके हैं।

Posted By: Inextlive