-पखवारे भर से नगर निगम ने नहीं चलाया पॉलीथिन मुक्त अभियान

-अभियान ठंडा पड़ने से दुकानदार व पब्लिक धड़ल्ले से पॉलीथिन का कर रहे यूज

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गांधी जयंती के दिन से पॉलीथिन के यूज पर पूरी तरह से बैन लग चुका है, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। दुकानों पर धड़ल्ले से पॉलीथिन में भरकर सामान बेचा जा रहा है। वहीं पब्लिक भी पीछे नहीं है। उसके हाथों में भी थैले की जगह फिर से पॉलीथिन नजर आने लगा है। ऐसी स्थिति इसलिए आई है क्योंकि शहर में पिछले एक पखवारे से पॉलीथिन मुक्त अभियान पूरी तरह से ठंडा पड़ गया है। इसके लिए जिम्मेदार नगर निगम समेत अन्य विभाग अपने-अपने काम में जुटे हैं। उन्हें पॉलीथिन मुक्त अभियान की कोई फिक्र ही नहीं है।

दो तक करना था पॉलीथिन फ्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दो अक्टूबर तक हर डिस्ट्रिक्ट को पूरी तरह से पॉलीथिन फ्री करना था, लेकिन निर्धारित तिथि बीतने के बाद भी पॉलीथिन का यूज बंद नहीं हो रहा है। बड़े दुकानदारों को छोड़ दें तो छोटे और मझोले दुकानदार धड़ल्ले से पॉलीथिन में सामान दे रहे हैं। खासकर सब्जी, फल आदि के दुकानदार तो खासी मात्रा में पॉलीथिन की खपत कर रहे हैं।

19 विभागों को है जिम्मेदारी

प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त करने के लिए नगर निगम समेत 19 विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण, जलनिगम (अवस्थापना, पेयजल व गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई), जलकल, ग्राम्य विकास, जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा), जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए), बाल विकास व पुष्टाहार, समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण, भूमि संरक्षण, युवा कल्याण, पीडब्ल्यूडी, सीपीडब्ल्यूडी और आवास एवं नियोजन विभाग शामिल हैं। इनको नगर निगम ने बाकायदा बुकलेट व चालान बुक उपलब्ध कराया है, लेकिन इन सभी विभागों की ओर से फिलहाल पॉलीथिन मुक्त अभियान को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

16 विभागों का रिजल्ट सिफर

पॉलीथिन फ्री अभियान के लिए जिन विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। उनका नोडल विभाग नगर निगम को बनाया गया है। नगर निगम, एडमिनिस्ट्रेशन व पुलिस ने दर्जनों बार अभियान चलाकर पॉलीथिन जब्त किया। दुकानदारों से जुर्माना वसूला और चालान की कार्रवाई की, लेकिन अब तक कोई दूसरा विभाग अभियान में आगे नहीं आया। 16 विभागों का नतीजा अब तक सिफर है।

हाईलाइटर

- अगस्त में प्रशासन ने लोहता में छापेमारी कर फैक्ट्री सीज की थी।

- अभियान में कई बार कमिश्नर, डीएम व एसएसपी भी उतरे।

- कई बार अभियान चलाने में निगम के पास कर्मियों की समस्या भी आड़े आई।

एक नजर

- 16 अगस्त से पॉलीथिन मुक्त अभियान शुरू

- 15 सितम्बर तक निगम ने की कार्रवाई

- 30 सितम्बर तक चलना था अभियान

- 17 बार निगम ने चलाया अभियान

- 2 अक्टूबर से पॉलीथिन हुआ बैन

- 5.19 क्विंटल पॉलीथिन अब तक जब्त

- 12,450 प्लास्टिक के कप-प्लेट जब्त

- 2.92 लाख बतौर जुर्माना वसूला गया

- 116 दुकानदारों का हुआ चालान

शहर में नगर निगम ने व्यापक स्तर पर अभियान चलाया। जिससे पॉलीथिन की बिक्री व यूज काफी कम हो गया है। निगम के पास कर्मचारियों की कमी है। जिससे रुटीन अभियान चलाने में दिक्कत आ रही है। साथ ही अन्य विभाग भी सहयोग नहीं कर रहे हैं।

डॉ। एके दूबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive