पोंगल पर्व पर तमिलनाडु के अवनीयपुरम में जलीकट्टू प्रतियोगिता में करीब 31 प्रतिभागी घायल हो गए हैं। 6 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के राजाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कानपुर। देश में आज धूमधाम से पोंगल का पर्व मनाया जा रहा है। पोंगल दक्षिण भारत का बड़ा फसलों का त्योहार माना जाता है। पोंगल पर्व पर जलीकट्टू का भी अायोजन होता है। तमिलनाडु में मुदरै के अवनीयपुरम में आयोजित जलीकट्टू प्रतियोगिता के दाैरान एक बड़ा हादसा हो गया हैै। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक मदुरै के अवनीयपुरम में जलीकट्टू प्रतियोगिताओं के दौरान करीब 31 प्रतिभागी घायल हो गए हैं। इस दाैरान 6 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के राजाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों का उपचार किया जा रहा है। दक्षिण भारत में पोंगल के रूप में तीन दिन तक धूमधाम से मनाया जाता है।

Dr. Vinod, Madurai Assistant Director: 31 participants injured during #Jallikattu competitions in Madurai's Avaniyapuram. 6 people admitted to Rajaji Hospital in Madurai for treatment. #TamilNadu pic.twitter.com/Ly9aWlpPWc

— ANI (@ANI) January 15, 2020


पोंगल पर जलीकट्टू का खेल आयोजित होता
पोंगल में चावल, दूध, घी, शक्कर से प्रसाद बनाकर सूर्यदेव को भोग लगाते हैं। इसके अलावा यहां पर पशुओं की भी पूजा होती है। तमिलनाडु में पोंगल के उत्सव में जलीकट्टू का खेल आयोजित होता है। तमिल भाषा में 'जल्ली' शब्द दरअसल 'सल्ली' से आया है जिसका मतलब होता है 'सिक्के' और कट्टू का अर्थ है 'बांधा हुआ।' यह खेल सांडों का होता है। जिसमें उसकी सींग पर एक कपड़ा और कुछ नोट बांधे जाते हैं। इस दौरान सांड दौड़ाए जाते हैं और जो उनका लाल कपड़ा निकाल लेता है, वहीं विजेता हो जाता है। इस खेल में सांड़ो को भड़काने के लिए उन पर लाल मिर्च, गर्म सलाखों से चोट और उनकी पूंछ तक मरोड़ी जाती है।

Posted By: Shweta Mishra