- कैबिनेट मंत्री नवप्रभात को परिवहन, खनन व मुख्यमंत्री कार्यालय

- राजेन्द्र भंडारी को कृषि, वर्षा जल संग्रहण, भेड़ एवं बकरी पालन व रेशम विकास

- यशपाल, पंवार व धनै को अतिरिक्त जिम्मेदारियां, धनै से संस्कृति मंत्रालय वापस लिया

DEHRADUN: हरीश रावत मंत्रिमंडल में शामिल दो नवनियुक्त मंत्रियों को तीन दिन बाद मंत्रालय मिल गए हैं। नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री नव प्रभात को राज्य में सबसे विवादित मुद्दा खनन व परिवहन जैसी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी को कृषि के अलावा चकबंदी, जल संग्रहण, भेड़ व बकरी पालन व रेशम विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे हैं। वहीं, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, प्रीतम पंवार व दिनेश धनै को महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंप तीनों कैबिनेट मंत्रियों के कद का बढ़ाया गया है।

खनन पर दिए थे सुझाव

कैबिनेट मंत्री नव प्रभात को परिवहन, खनन के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय से संबद्ध सुराज, भ्रष्टाचार, सामान्य प्रशासन, जनसेवा, सतर्कता व सचिवालय प्रशासन का जिम्मा सौंपा गया है। कैबिनेट मंत्री बनने से पहले नवप्रभात ने ख्क् जुलाई से शुरू हुए विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सरकार को खनन पर कुछ सुझाव दिए थे। जिसमें उन्होंने चुगान पर जोर दिया था। वहीं, कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी को पूर्व मंत्री डा। हरक सिंह रावत के अधिकतर विभाग सौंपे हैं। काबिना मंत्री भंडारी को कृषि, भेड़ पालन, चारागाह, रेशम विकास व ग्राम्य विकास तालाब विकास विभाग ि1दए हैं।

तीन को अतिरिक्त जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने तीन काबिना मंत्रियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपते हुए उनके कद को भी बढ़ाया है। वरिष्ठ काबिना मंत्री यशपाल आर्य को आपदा प्रबंधन का अतिरिक्त मंत्रालय सौंपा है। जबकि उनके पास पहले से ही सात मंत्रालय मौजूद थे। ऐसे ही पहले से आठ मंत्रालय संभाल रहे पीडीएफ कोटे के काबिना मंत्री प्रीतम सिंह पंवार को उद्यान विभाग जैसे भारी-भरकम मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। पीडीएफ कोटे के ही कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै को चिकित्सा शिक्षा जैसे खास मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। हालांकि कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै से संस्कृति मंत्रालय अलग कर सीएम हरीश रावत ने खुद यह विभाग अपने पास रखा है।

करीबियों पर भरोसा

नए मंत्रियों को बांटे विभागों व पुराने तीन मंत्रिमंडल के सदस्यों के विभाग में फेरबदल और नई जिम्मेदारियों पर जानकार स्वीकार रहे हैं कि सीएम ने राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान साथ देने वाले करीबी साथियों पर दिलखोल कर भरोसा किया है। उसमें कैबिनेट मंत्री प्रीतम पंवार व दिनेश धनै सबसे आगे हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों मंत्रियों को उनकी मनमाफिक सीटों से कांग्रेस की सीट पर विस चुनाव के लिए सीएम हरीश रावत टिकट देने का पहले ही मन बना चुके हैं।

Posted By: Inextlive