देहरादून, दून पुलिस पोक्सो एक्ट की धज्जियां किस तरह उड़ा रही है, इसकी पोल राजपुर स्थित एक इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ रहे बच्चे के साथ हुई सेक्सुअल हरासमेंट की वारदात ने खोली। बाल आयोग ने मामले की जांच की, पुलिस को मामले में कार्रवाई के लिए निर्देश भी दिए, लेकिन पुलिस न केस दर्ज तक नहीं किया। पोक्सो एक्ट के तहत प्रावधान है कि यदि किसी भी बच्चे के साथ सेक्सुअल हरासमेंट जैसी घटना होती है तो पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पुलिस ने एक्ट के प्रावधान को भी नकार दिया।

बहाने बना रही पुलिस

बच्चे के साथ सेक्सुअल हरासमेंट के इस मामले को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने राजपुर एसओ अरविन्द कुमार से जब बात की तो उन्होंने बताया कि बच्चे के पिता ने ही पुलिस को कहा कि स्कूल प्रशासन मामले में कार्रवाई कर रहा है, अगर जरूरत पड़ी तो वे पुलिस की मदद लेंगे। पुलिस का यह बेतुका बयान ही उसकी लापरवाह कार्यशैली की पोल खोलता है।

बाल आयोग की रिपोर्ट दरकिनार

बच्चे के साथ बीते दिनों जब उत्पीड़न का मामला सामने आया, तो बाल आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया और सत्यता जानने के लिए स्कूल पहुंची, तो मामला सही पाया गया। जिसकी रिपोर्ट आयोग ने पुलिस को सौंपी लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट को दरकिनार कर दिया।

Posted By: Inextlive