Positive thinking is the key of success
लगे रहो मुन्नाभाई
फिर एकाएक नॉर्मल होते हुए राजकुमार ने स्टूडेंट्स को नसीहत दी कि सिविल सर्विस एग्जाम ही नहीं, किसी भी काम को पूरा करने का बीड़ा उठाने से पहले अपने आत्मविश्वास को मजबूत कर लो। मंजिल आपको जरूर मिलेगी। फ्राइडे को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एसएसएल हॉस्टल में स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेज सहित अन्य एग्जाम में सक्सेज के लिए कुछ ऐसे ही टिप्स मिले। प्रोग्राम में आए एक दर्जन से अधिक सेलेक्टेड कैंडिडेट्स ने स्टूडेंट्स के साथ अपने एक्सपीरियंसेज शेयर किए। सभी का मोटो एक था। लगे रहो मुन्नाभाई सक्सेज जरूर मिलेगी। 'पढ़ाई में हो continuityप्रोग्राम में सिविल सर्विसेज में सेलेक्टेड कैंडिडेट्स के अलावा यूनिवर्सिटी के टीचर्स ने भी स्टूडेंट्स को टिप्स दी। बतौर गेस्ट मौजूद प्रो। बीएन सिंह ने कहा सक्सेज के लिए ईमानदार मेहनत जितनी जरूरी है, उससे ज्यादा जरूरी पढ़ाई में कंटीन्यूटी है। इसके अलावा पढ़े गए टॉपिक्स पर चिंतन-मनन भी करना जरूरी होता है। इसके अलावा प्रो। योगेश्वर तिवारी ने भी स्टूडेंट्स को सक्सेज टिप्स दिए। उन्होंंने कहा कि सेलेक्टेड कैंडिडेट्स के एक्सपीरियंस से न केवल सबक लें बल्कि उसे फॉलो करें।
Selected candidates का सम्मानहॉस्टल में ऑर्गनाइज प्रोग्राम में मौजूद सिविल सर्विसेज एग्जाम में सेलेक्टेड कैंडिडेट्स को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वालों में आईपीएस अमित सिंह, एसडीएम शैलेन्द्र सिंह, पुष्पराज सिंह, सुशील प्रताप, दीपक सिंह व विवेक श्रीवास्तव, डिप्टी एसपी राकेश मिश्रा, कृष्णगोपाल, राजकुमार पाण्डेय, अतुल चौबे व राजेश सिंह, एसीटीटी जेपी शुक्ला, उमा शंकर व अमित भट्ट, टीओ संतोष, दुर्गेश, जितेन्द्र, अरविंद, देवानंद व सुधीर, डीपीओ हेमंत सिंह व पंकज सहित अन्य शामिल रहे। ऑफिसर्स ने कहा कि आज उन्हें यहां सम्मानित होकर अपार खुशी हो रही है। उन्होंने जहां रहकर पढ़ाई की, वहां उन्हें सम्मान मिला। उनके लिए इससे बढ़कर कोई खुशी नहीं होगी। ऑफिसर्स ने स्टूडेंट्स के उज्जवल भविष्य की कामना भी की। प्रोग्राम का संचालन सुनील कुमार सिंह ने किया।
Candidates के tips- सक्सेज के लिए सबसे जरूरी है आत्मविश्वास।- खयाली पुलाव से नहीं रियल स्टडी से मिलती है सक्सेज।- लक्ष्य को पाने के लिए जुनून होना जरूरी है।- ईमानदार मेहनत करने के साथ पॉजिटिव थिंकिंग भी जरूरी।- असफलता व आलोचना से घबराएं नहीं, बल्कि उससे सीख लें।- पढ़ाई में कंटीन्यूटी व पढ़े गए टॉपिक पर डिस्कशन करना जरूरी।- किसी टॉपिक को रटने नहीं समझने की कोशिश करनी चाहिए।- इंटरव्यू को एक ड्यूटी की तरह लें। कहीं चूक न जाएं, इससे न डरें।- नैतिक बनना जरूरी है। इससे आत्मबल मिलता है।