-जिले के डाक विभाग को डिजिटल करने के लिए प्राइवेट आईटी कंपनी को दी गई जिम्मेदारी

- ग्राहक घर बैठे कर सकेंगे डाक विभाग के सारे काम

पीएम मोदी के 'डिजिटल इंडिया' अभियान के तहत अब डाक विभाग को भी डिजिटल यानी पेपरलेस बनाया जाएगा। ग्राहक अब बुकिंग से लेकर वितरण एवं वित्तीय समावेशन संबंधित सभी सेवाओं का लाभ घर बैठे ले सकेंगे। यहां चिट्ठी पत्री, मनीऑर्डर, बैंकिंग, बीमा, कैश ऑन डिलीवरी, पार्सल व माम प्रीमियम सेवाओं के साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट और रोजगार पंजीकरण तक सभी कार्य ऑनलाइन होंगे। इन सभी प्रक्रिया को डिजिटलाइज्ड करने को लेकर प्रधान डाकघर में तैयारी शुरु हो गई है।

हाइटेक बनाने की कवायद

जिले के प्रधान डाकघर के साथ उप डाकघर व शाखा डाकघरों को पेपरलेस बनाने की कवायद चल रही है। इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी प्राइवेट आईटी कंपनी को दी गई है। जिसके बाद जिले का डाक विभाग पूरी तरह से पेपरलेस व हाइटेक हो जाएगा। इसमें विभाग के सभी कागजात, कर्मचारियों की उपस्थिति, पर्सनल डाटा, सर्विस बुक, कर्मचारियों की छुट्टी आदि कार्य ऑनलाइन हो जाएगा। इससे कर्मचारियों के सभी कायरें की प्रगति विभाग के शीर्ष अफसर भी ऑनलाइन देख सकेंगे। इस कार्य के पूरा होने के बाद विभाग में हो रहे पेपर वर्क बंद कर दिए जाएंगे।

कोर सिस्टम इंट्रीग्रेटेड होगा लागू

अधिकारियों की मानें तो डाक विभाग आइटी मॉर्डनाइजेशन के माध्यम से अपनी सेवाओं का विस्तार करने की ओर कदम बढ़ा रहा है। यहां कोर सिस्टम इंट्रीग्रेटेड लागू किया जाएगा। जिसके बाद ग्राहकों व कर्मचारियों से संबंधित सभी सेवाएं ऑनलाइन पोर्टल पर आ जाएंगी। कोर सिस्टम लागू होने के बाद डाकघर पूरी तरह से पेपरलेस और हाइटेक हो जाएगा। सभी सेवाओं को विभाग की वेबसाइट से जोड़ दिया जाएगा। जिससे कस्टमर्स घर बैठे डाक विभाग से संबंधित काम कर सकेंगे।

ये होगा फायदा

अधिकारियों ने बताया कि कोर सिस्टम लागू हो जाने के बाद डाक विभाग पूरी तरह से पेपरलेस कार्य करने वाला पहला सरकारी विभाग बन जाएगा। फाइलों का डिस्पोजल भी ऑनलाइन होगा। कर्मचारियों को अपनी समस्याओं का ऑनलाइन पोर्टल पर शिकायत करना होगा। इसके अलावा डाकघरों के आंतरिक कायरें जैसे भर्ती प्रक्त्रिया, रोस्टर प्रक्त्रिया, स्थानांतरण एवं अवकाश में पारदर्शिता आएगी। साथ ही ग्राहकों के बुकिंग से लेकर वितरण तक सभी कार्य ऑनलाइन होंगे।

नहीं चलेगा बहाना

कोर सिस्टम इंटीग्रेशन में बुकिंग काउंटर के सर्वर इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर कर्मचारी किसी तरह का कोई बहाना नहीं कर पाएंगे। इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने की स्थिति में भी सर्वर ऑफलाइन मोड में कार्य करेगा। साथ ही डाक का ट्रांसमिशन भी ऑनलाइन ही होगा। कोर सिस्टम में सभी कार्य की कोडिंग सिस्टम पर आधारित होगा। जो कमांड आधारित होंगे, इसके लिए कर्मचारियों को न समस्त चीजें लिखने की जरूरत होगी न ही प्रिंट लेने की। प्रधान डाकघर समेत उप डाकघर व शाखा डाकघरों के अलावा पांच डिविजनों को पेपरलेस व हाइटेक किया जाएगा। अलग-अलग फेज में सभी को डिजिटल बनाया जाएगा। प्रधान डाकघर को दो दिन बंद करके इसे पेपरलेस से जोड़ा जाएगा। इसके लिए कंपनी के कर्मचारी विभाग के सभी दस्तावेजों को स्कैन करके उसे इस योजना से जोड़ा जोड़ेंगे।

इस योजना को लेकर तेजी से काम चल रहा है। फिलहाल कोई ऐसी तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इसकी शुरुआत बनारस के प्रधान डाकघर से शुरू हो जाएगी।

भोला शाह, असिस्टेंट डायरेक्टर, प्रधान डाकघर

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एक नजर

05

वाराणसी मण्डल में कुल डाकघर डिविजन

वाराणसी के पूर्वी मण्डल में

232

डाकघर शाखा

56

प्रमुख डाकघर,

01

मुख्य डाकघर, चंदौली में

01

प्रधान डाकघर, कैंटोमेंट

Posted By: Inextlive