- पॉवर पर फुल डिपेंडेंसी ठीक नहीं

- थोड़ी सी तैयारी बिजली संकट से दे सकती है मुक्ति

ALLAHABAD: अगर पॉवर सप्लाई करना पॉवर कारपोरेशन की जिम्मेदारी है तो कंज्यूमर्स की भी कुछ जिम्मेदारी है। और ये जिम्मेदारी है बिजली का यूज करने के साथ ही सेविंग पर भी ध्यान देना। उसका मिसयूज न करना और पूरी तरह से इलेक्ट्रिक आइटम पर डिपेंड रहने के बजाय विकल्प का भी उपयोग करना। अगर आप ऐसा करते हैं तो फिर गर्मी आराम से कट सकती है। बिजली संकट से छुटकारा मिल सकता है। इसलिए बिजली संकट का पीक टाईम शुरू होने से पहले थोड़ा आप भी तैयारी कर लें और कुछ अपने घर को तो कुछ अपनी आदतों को बदलें। आज हम आपको बता रहे हैं वो विकल्प जिससे भीषण गर्मी और कटौती के दौरान भी आपकी परेशानी कम हो सकती है।

लाइट आते ही तत्काल लोड न डालें

गर्मी शुरू होते ही अचानक लोड बढ़ जाता है ट्रांसफार्मरों के बोलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इसकी मुख्य वजह है ओवरलोड। पॉवर कारपोरेशन के रामबाग उपखंड के अधिशासी अभियंता अनिल अरोरा ने बताया कि लोगों के अंदर पेशेंस पूरी तरह से खत्म हो गया है। जरा सी गर्मी लगी नहीं कि बेचैन हो जाते हैं और जैसे ही बिजली आई। तुरंत करीब-करीब सभी घरों में एसी, फ्रीज, कूलर के साथ ही वाशिंग मशीन आदि जितने भी इलेक्ट्रिक आइटम होते हैं, सब चालू कर दिए जाते हैं। जिसका असर ट्रांसफार्मर पर पड़ता है। एक-एक घर को जोड़ते हुए जरा पूरे मोहल्ले के लोड का आंकलन कीजिए। क्या स्थिति होती होगी। इसलिए पीक ऑवर शुरू होने पर जब भी लाइट जाए और फिर आए तो एक साथ घर के सारे इलेक्ट्रिक आइटम ऑन न करें। जैसी जरूरत हो, थोड़ा इंतजार और सब्र करने के साथ ही लोड दें।

बिजली तो हर किसी को चाहिए, लेकिन सेविंग पर लोग ध्यान नहीं देते हैं। मैंने अपने घर में सेविंग को लेकर कदम उठाया है। जितने भी बल्ब और बड़े-बड़े ट्यूबलाइट थे, उनकी जगह सीएफएल और एलईडी लगवा लिया है।

रोहित केशरी

भीषण गर्मी से पहले ही मैंने तैयारी कर ली है। ताकि कोई दिक्कत न हो। मैंने अपने घर के पुराने तारों को बदलवा कर अच्छी क्वालिटी के वायर घर में लगवाए हैं। जो हर तरह के फॉल्ट को झेलने में सक्षम हैं।

जगदीश प्रसाद

फ्रीज का पानी तो हर कोई पीता है। लेकिन मैंने घड़े का पानी पीना शुरू कर दिया है। अगर बिजली नहीं आ रही है और फ्रीज बंद हो तो भी ठंडा पानी मिलेगा। घड़े का पानी पीने की आदत रहेगी तो गर्मी ज्यादा नहीं सताएगी।

विवेक पांडेय

गर्मी में अगर रात के समय बिजली कटती है, तो मैं बहुत बेचैन नहीं होता। बल्कि चैन की नींद सोता हूं। क्योंकि गर्मी के मौसम में मैं अक्सर छत पर ही खुले आसमान के नीचे सोता हूं।

मनीष पांडेय

बिजली पहले भी कटती थी। लेकिन पहले इतना हल्ला नहीं मचता था। क्योंकि पहले लोग बिजली पर आश्रित नहीं थे। आज अगर एसी बंद हो जाए तो लोग बेचैन हो उठते हैं। मैंने अपनी आदत में ये बदलाव किया है। एसी में कम और बगैर एसी के रहना ज्यादा पसंद करता हूं।

अनिल गुप्ता

Posted By: Inextlive