छुट्टी पर काम का तीन करोड़ ईनाम
कार्तिक पूर्णिमा अवकाश के बावजूद विद्युत बिल जमा काउंटर खोलने का विभाग को मिला लाभ
विद्युत बकाएदारों ने भर दी विभाग की झोली, चार दिन में जमा हुए तीस करोड़ रुपए ALLAHABAD: काले धन के खिलाफ पीएम मोदी की सर्जिकल स्ट्राइक से जन सुविधा से जुड़े अन्य विभागों की तरह बिजली विभाग की भी बांछें खिल गयी हैं। बंद हुए पांच सौ और हजार के नोट खपाने के चक्कर में लोग अर्से से पड़े बकाए से मुक्त हो जाना चाहते हैं। ऐसे में बकाए के चलते फंड की कमी का रोना रो रहे विभाग में धन वर्षा शुरू हो गयी है। विभागीय अफसर भी इस मौके को भुनाने से नहीं चूक रहे हैं। यही वजह रही कि सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा अवकाश के बावजूद बिल जमा काउंटर खोले गए। दिनभर में तीन करोड़ का बिल जमा कराया गया। 75 काउंटर खोले गएसोमवार को पांच सौ व हजार के नोट से बकाया विद्युत बिल जमा करने का अंतिम मौका था। पब्लिक की संभावित भीड़ के मद्देनजर विभाग की ओर से शहर में 75 काउंटर खोले गए थे। उम्मीद के मुताबिक विद्युत उपभोक्ताओं की भारी भीड़ बकाया बिल जमा करने उमड़ी। दिनभर काउंटर्स पर लाइन लगी रही।
फुटकर की समस्या से जूझेकर्मचारी पांच सौ और हजार के नोट तो ले रहे थे, लेकिन उपभोक्ताओं को निर्धारित एमाउंट के बाद बचा फुटकर कैसे लौटाए इस समस्या से जूझना पड़ा। इसके बाद उपभोक्ताओं की सहमति से राउण्ड फीगर में पेमेंट से इस समस्या का हल खोजा गया।
उमड़े बड़े बकाएदार सोमवार को बिल जमा करने वालों में बड़े बकाएदारों ने अधिक जोर मारा। वर्षो से बिजली का बिल न जमा करने वाले इन उपभोक्ताओं में नोट खपाने की जल्दबाजी दिखी। इसमें पचास हजार से लेकर बीस लाख तक बड़े बकाएदारों की संख्या सबसे अधिक रही। उपभोक्ताओं ने चार दिन में तीस करोड़ रुपए के विद्युत बकाए का भुगतान किया। अंतिम दिन विभाग को तीन करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति हुई है। उपभोक्ताओं के लिए देर शाम तक काउंटर खोले गए थे। बड़े छोटे सभी बकाएदारों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। एस सी झा, चीफ इंजीनियर चार दिन में तीस करोड जमा 11 नवम्बर-15 करोड 12 नवम्बर-07 करोड़ 13 नवम्बर-05 करोड़ 14 नवम्बर-03 करोड़