-डिजिटलाइजेशन के बावजूद बिजली विभाग की कई योजनाओं के हालात बदतर

-पीवीवीएनएल कंज्यूमर सर्विस को लगा बट्टा, समस्याओं के निस्तारण की आस में सर्विस

Meerut । 24 घंटे पावर सप्लाई देने का दावा करने वाला पीवीवीएनएल कंज्यूमर सर्विस को लेकर अपनी भद पिटवा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विभाग कंज्यूमर सर्विस की बेसिक शर्तो को भी पूरा नहीं करवा पा रहा है। इसके चलते कंज्यूमर्स का पीवीवीएनएल सेवाओं से मोह भंग होता जा रहा है।

कब सुधरेंगी सेवाएं

-टेक्निकल फॉल्ट

एक ओर पीवीवीएनएल जहां शहर को 24 घंटे पावर सप्लाई मेंटेन रखने का दावा कर रहा है, वहीं टेक्नीकल फॉल्ट्स से निजात पाना विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। दरअसल, शहर में टेक्नीकल फॉल्ट का सबसे बड़ा कारण ओवरलोडिंग व जर्जर हो चुकी बिजली की लाइन हैं। सालों पुरानी जर्जर हो चुकी लाइनों से 24 घंटे सप्लाई देना एक बड़ा सवाल है।

-बिलों में धांधली

कंज्यूमर्स के सामने दूसरी बड़ी समस्या बिलों में आ रही गड़बड़ी है। बिल बढ़कर आना विभाग की सबसे पुरानी समस्याओं में से एक है। विभागीय फॉल्ट के कारण कभी-कभी कंज्यूमर्स का बिल अधिक बढ़ कर आ जाता है। ऐसे में बिल ठीक कराने को कंज्यूमर को बिजली दफ्तर के चक्कर काटने से लेकर बेजा शोषण का शिकार होना पड़ता है।

-मीटरों में गड़बड़ी

मीटर में टेक्नीकल फॉल्ट के कारण गलत रीडिंग आना एक बड़ी समस्या है। रीडिंग बढ़कर आने से कंज्यूमर्स को कम परेशानी नहीं उठानी पड़ती। दरअसल, तकनीकि खराबी आने से मीटर जंप करने लगता है, जिससे रीडिंग आठ गुणा तक बढ़कर आ जाती हैं।

-सार्वजनिक स्थलों पर खुले ट्रांसफार्मर

पीवीवीएनएल ने गली मोहल्लों से लेकर बड़ी-बड़ी कॉलोनियों और सार्वजनिक खुले हुए ट्रांसफार्मर रख छोड़े हैं। ऐसे में रिहायशी क्षेत्रों में हादसों का अंदेशा बना रहता है.खुले में रखे ये ट्रांसफार्मर अब तक न जाने कितनी घटनाओं का कारण बन चुके हैं।

-विलंब से आ रहे एसएमएस

टेक्नीकल फॉल्ट्स के दौरान पब्लिक को बिजली कटौती की सूचना देने के लिए एसएमएस अलर्ट सेवा शुरू की गई थी। हालांकि अभी तक पूरे शहर में यह सेवा शुरू नहीं की जा सकी है। वहीं जिन क्षेत्रों में योजना लागू हो चुकी है, वहां कंज्यूमर्स को विलंब के साथ एसएमएस मिल रहे हैं। आलम यह है कि कभी-कभी कटौती हो जाने के बाद मैसेज पहुंच रहे हैं।

कंज्यूमर सर्विस पर विभाग का पूरा फोकस है। वहीं कुछ रुकी हुई योजनाओं को ट्रैक पर लाया जा रहा है। अधिकांश सेवाएं डिजिटल कर दी गई हैं। ऐसे में गड़बड़ी की शिकायतें न के बराबर रह जाएंगी।

-अभिषेक प्रकाश सिंह, एमडी पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive