बिजली विभाग और नगर निगम में लगी रही बकाया बिल व टैक्स जमा करने वालों की भीड़

हजार और पांच सौ रुपए के नोट स्वीकार किए जाने का दिखा इम्पैक्ट

ALLAHABAD: बंद हो चुके एक हजार और पांच सौ के नोटों को बिल के रूप में स्वीकार किए जाने से बिजली विभाग, नगर निगम, जल कल विभाग की बल्ले-बल्ले हो गई है। पब्लिक के बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी निकालने का असर यह है कि बड़े पैमाने पर लम्बे समय से बकाया बिलों का भुगतान हो गया है। नगर निगम में शाम पांच बजे तक डेढ़ करोड़ रुपए पब्लिक जमा कर चुकी थी। बिजली विभाग के काउंटर्स पर भी बिल जमा करने वालों की लाइन सुबह से ही लगी रही। सूत्रों के अनुसार इस अभियान से वर्षो पुराना बिल क्लीयर हो जाने से विभाग की दशा सुधर जाएगी। आई नेक्स्ट ने शुक्रवार को काउंटर्स का जायजा लिया।

कल तक इंकार, आज करने लगे स्वीकार

बड़ी नोटों पर पाबंदी लगाने का एलान करते हुए प्रधानमंत्री ने 11 नवंबर तक का समय पब्लिक को दिया था। लेकिन, इसे लेकर हड़कंप मचने के बाद सरकारी विभागों ने भी बड़ी नोट लेने से इंकार कर दिया था। गुरुवार को सरकारी विभागों ने यूटर्न ले लिया। बिजली विभाग ने बिल भुगतान में हजार और पांच सौ के नोटों को लेने का एलान कर दिया। यही आदेश नगर निगम और जलकल विभाग के लिए भी लागू हो गया। नतीजा हुआ कि गुरुवार की दोपहर बाद से जो लम्बी कतार लगी वह शुक्रवार को भी नहीं छंटी। शुक्रवार को यही सीन नगर निगम और उसके जोनल ऑफिसेज में भी देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोग बिल भुगतान और टैक्स जमा करने पहुंचे। नगर निगम में लोग बिल भुगतान के लिए सुबह से काउंटर पर जमा हो गए थे। इंतजार था तो बस काउंटर खुलने का। न कोई यह पूछने वाला था कि टैक्स ज्यादा आ गया है और न ही कोई यह पूछने वाला था कि बिल करेक्शन करा लें। सबका मिशन बस एक था किसी तरह से पैसा जमा हो जाय।

रजिस्ट्री विभाग में छाया सन्नाटा

500 व 1000 रुपये के नोट बंद होने से सबसे अधिक प्रभाव रियल एस्टेट के व्यापार पड़ा है। जमीन जायदाद की रजिस्ट्री पिछले तीन दिनों में गिनती की ही हुई हैं। आमतौर पर दिन भर चहल-पहल वाले रजिस्ट्री विभाग में शुक्रवार को भी सन्नाटा पसरा रहा। शुक्रवार को कुल जमा दो से तीन लोग ही रजिस्ट्री कराने पहुंचे। बड़ी नोट बंद होने से अधिवक्ता भी परेशान हैं। शुक्रवार को जिला कचहरी के तमाम अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार किया। कचहरी में काम आलमोस्ट ठप रहा। वकीलों का कहना था कि दूरदराज से मुवक्किल नहीं आ पा रहे हैं।

23 करोड़ रुपए जमा हुए मंडल में बिजली बिल के रूप में

15 करोड़ रुपए पब्लिक ने जमा कराए गए इलाहाबाद में

1.5 करोड़ रुपए जमा कराए गए नगर निगम में

पीएम के इस निर्णय हम स्वागत करते हैं। कुछ समय के लिए समस्या है, मगर आने वाले दिनों में देश की स्थिति बेहतर होगी। लोगों को इस वक्त धैर्य से काम लेने की जरूरत है।

नीरज शर्मा

एटीएम से पैसा निकालने आया था मगर पैसे नहीं निकल रहे हैं। अचानक बड़ी नोट बंद होने से आम आदमी के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।

शंकर लाल

हर किसी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इस निर्णय से देश का भविष्य सुधरेगा। कालेधन को लेकर पीएम की मुहीम ने रंग लाना शुरू कर दिया है। जितना काला धन लोगों ने विदेशों में जमा रखा है। उतना ही देश में है।

सौरभ कुमार

देश को तरक्की की ओर ले जाना है तो काले धन को बाहर लाना होगा। जिस तरह से पीएम ने यह कठोर निर्णय लिया है, उसे देखकर तो यही लगता है कि आने वाले दिनों में देश में महंगाई खत्म हो जाएगी।

आदर्श साहू

पीएम ने एतिहासिक फैसला लिया है। आम लोगों को भी उनके इस निर्णय का स्वागत करना चाहिए। कुछ समय के लिए समस्या है। आगे सब कुछ सामान्य हो जाएगा। यह एक सराहनीय कदम है।

रोहित सोनी

हम लोगों को रोज कमाना-खाना होता है। बड़े लोगों को कोई फर्क नहंी पड़ता लेकिन, हमारे लिए तो दो वक्त की रोटी जुगाड़ना मुश्किल हो गया है।

अखिलेश कुमार गुप्ता

इस निर्णय से कॉमन मैन प्रभावित हुआ है। उसने सामने अचानक बड़ी समस्या आ गई है। बैंकों में मनी एक्सचेंज और एटीएम से ट्रांजेक्शन की लिमिट बढ़नी चाहिए।

संदीप साहू

जिला कचहरी में काम बुरी तरह से प्रभावित है। मुवक्किल आना बंद हो गए है। वह बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं। रजिस्ट्री न के बराबर हो रही है।

ईशू सोनकर, अधिवक्ता

कई सरकारी विभाग पांच सौ और एक हजार के नोट नहीं ले रहे हैं। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। प्रशासन सरकारी और प्राइवेट हास्पिटल में बड़ी नोट न लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे।

अरुण विद्यार्थी, अधिवक्ता

निर्णय अच्छा है। मगर इससे आम पब्लिक को काफी कुछ फेस करना पड़ रहा है।

अमित तिवारी, अधिवक्ता

Posted By: Inextlive