अव्यवस्था के चलते परीक्षा में पूरा समय न मिल पाने का अभ्यर्थियों ने लगाया आरोप

ALLAHABAD: नवंबर के दूसरे सप्ताह में उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन की ओर से आयोजित की गई जेई (ई), जेई सिविल व टीजी टू परीक्षा सवालों में घिर गयी है। परीक्षा में शामिल सैकड़ों अभ्यर्थियों ने तकनीकी खामी के चलते परीक्षा में पूरा समय न मिल पाने का आरोप लगाते हुए दुबारा परीक्षा कराने की मांग की है।

समय से नहीं हो सका लाग इन

उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन की ओर से 11, 12 व 13 नवम्बर को जेई (ई), जेई सिविल व टीजी टू परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को तीन घंटे में दो सौ प्रश्न हल करना था। इसमें 11 नवम्बर 2016 को आयोजित जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिकल की परीक्षा यूपीपीसीएल ने एक कंपनी के माध्यम से कंडक्ट करायी। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र शशिकांत सिंह यादव का आरोप है कि सीबीटी परीक्षा के दौरान सर्वर सही से काम नहीं कर रहा था। तीन घंटे में दो सौ प्रश्न हल करना था। लेकिन सैकड़ों छात्र कम्प्यूटर के समय से लाग इन न हो पाने से परेशान हुए। लॉग इन होने के बाद परीक्षा से संबंधित दिशा निर्देश का ऑप्शन आने के बजाए सीधे प्रश्न पत्र खुल गया। परीक्षा में शामिल छात्र नीतिश कुमार का कहना है कि प्रश्न पत्र को सॉल्व करने में सभी छात्रों को दो से तीन मिनट का समय लग रहा था। इस दौरान जो समस्या परीक्षार्थियों के सामने आयी, उसकी शिकायत छात्रों ने परीक्षा केन्द्र में उपस्थित परीक्षक ने समस्या से अपना पल्ला झाड़ते हुए वहां से चले गए। कुछ परीक्षार्थियों का तो प्रश्न पत्र समय से पहले आन लाइन एग्जाम ऑटोमेटिक सब्मिट हो गया।

आंसर सीट में गड़बड़ी

परीक्षार्थी जीतेन्द्र कुमार ओझा का कहना है कि सारे परीक्षार्थियों की आंसर की ओपन की नहीं हुई। जिसका खुला भी तो उनके आंसर सीट में काफी गडबडि़यां सामने आयी। इसमें सलेक्ट आप्शन की जगह अन्य ऑप्शन दिखा रहा था। अभी तक छात्रों की रिस्पांस सीट नहीं आयी। इतना ही नहीं उक्त तिथि के अलावा विभाग ने 13 नवम्बर को भी जेई इलेक्ट्रिकल की परीक्षा कराई गई। इससे यह साफ होता है कि विभाग द्वारा कराई गई इस परीक्षा में पूरी तरह से धांधली की गई। हजारों छात्रों ने इस परीक्षा को निरस्त कर फिर से कराए जाने की मांग की है। मांग करने वालों में अरविंद कुमार यादव, अजीत कुमार यादव, सुरेन्द्र कुमार, अजीत कुमार सिंह, दिलीप पाल, अभिषेक पाल समेत सैकड़ों छात्र शामिल है।

विभाग द्वारा आयोजित इस परीक्षा कई गड़बडि़यां थीं। इसी परीक्षा को दो बार आयोजित किया गया। प्रश्न पत्र में कई गड़बडी थी। परीक्षार्थियों को केन्द्र पर एग्जाम देने के दौरान कई समस्याएं फेस करना पड़ा, परीक्षा केन्द्र उपस्थित अधिकारियों से इस बात की शिकायत भी की गई।

विपिन कुमार यादव

आयोग द्वारा 11 के अलावा 13 नवम्बर को भी परीक्षा कराई गई। जिसका नोटिफिकेशन कहीं भी शो नहंी दिया गया था। दूसरे परीक्षा गोपनीय तरीके से आयोजित की गई। जिसकी सूचना किसी परीक्षार्थियों को नहंी दी गई। इससे यह साबित होता है कि यह परीक्षा पूरी तरीके से गलत तरीके से आयोजित की गई। इसे निरस्त कर फिर परीक्षा कराई जाएं।

कौशलेष चन्द्र सिंह

Posted By: Inextlive