उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में बढ़ोतरी के बाद सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।

लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के करीब दो करोड़ 70 लाख उपभोक्ताओं को महंगे बिजली बिल का करंट लगना तय हो गया है। इसकी वजह यह है कि नियामक आयोग की ओर से मंगलवार शाम बिजली दर बढ़ोत्तरी करते हुए घरेलू, ग्रामीण और कॉमर्शियल सेक्टर के लिए नया टैरिफ जारी कर दिया गया है।ऐसे में बिजली दरों में बढ़ोतरी के बाद सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।

उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार द्वारा बिजली की दरों को बढ़ाने को मंजूरी देना पूरी तरह से जनविरोधी फैसला है। इससे प्रदेश की करोड़ों खासकर मेहनतकश जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढे़गा व उनका जीवन और भी अधिक त्रस्त व कष्टदायी होगा। सरकार इसपर तुरन्त पुनर्विचार करे तो यह बेहतर होगा।

— Mayawati (@Mayawati) September 3, 2019


बसपा प्रमुख मायावती ने किया ये ट्वीट
बसपा प्रमुख मायावती ने इस बाबत ट्वीट किया, 'उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार द्वारा बिजली की दरों को बढ़ाने को मंजूरी देना पूरी तरह से जनविरोधी फैसला है। इससे प्रदेश की करोड़ों खासकर मेहनतकश जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढ़ेगा व उनका जीवन और भी अधिक त्रस्त व कष्टदायी होगा। सरकार इस पर तुरंत पुनर्विचार करे तो यह बेहतर होगा।'

बहन @Mayawati जी ये सपा-बसपा के पाप रहे कि भ्रष्टाचार बढ़ता गया और बिजली कंपनियां भारी घाटे में चली गईं। सपा-बसपा के कार्यकाल में सिर्फ दरें बढ़ती थीं। भाजपा के कार्यकाल में दरें कम और बिजली आपूर्ति के घंटे ज्यादा बढ़े हैं। (1/4) @BJP4India @UPGovt

— Shrikant Sharma (@ptshrikant) September 3, 2019यूपी के 2 करोड़ 70 लाख उपभोक्ताओं पर महंगी बिजली की मार
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दिया जवाब
इस ट्वीट के जवाब में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने लिखा, 'बहन मायावती जी ये सपा-बसपा के पाप रहे कि भ्रष्टाचार बढ़ता गया और बिजली कंपनियां भारी घाटे में चली गईं। सपा-बसपा के कार्यकाल में सिर्फ दरें बढ़ती थीं। भाजपा के कार्यकाल में दरें कम और बिजली आपूर्ति के घंटे ज्यादा बढ़े हैं।
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Posted By: Shweta Mishra