क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: बिजली के लिए परेशान रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. सिटी को जल्द क्वालिटी बिजली मिलने वाली है. दरअसल, राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में अलग से 373 फीडर बनाए जा रहे हैं. सिर्फ रांची सर्किल में ही करीब 40 फीडर बनाए जा रहे हैं. इनका निर्माण काफी तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि चार महीनों में ये तैयार हो जाएंगे. आने वाले कुछ महीने में 202 कृषि फ डर तैयार हो जाएंगे. करीब 6550 सर्किट किलोमीटर कृषि फीडर पर काम चल रहा है. इनका इस्तेमाल सिर्फ एग्रीकल्चर परपस से होगा. लेकिन, इनके बनने के बाद आम लोगों के घरों में बिजली पहुंचाने वाले ग्रिड का लोड जरूर कम होगा. क्योंकि वर्तमान में कृषि के लिए भी बिजली देने का लोड इन्हीं ग्रिड पर होता है. ऐसे में लोड कम होने के बाद आम लोगों के घरों में बिजली सप्लाई की स्थिति सुधरेगी. यानी लोगों को क्वालिटी बिजली मिलेगी.

तीन ग्रिड पर रहता है लोड़

अभी राजधानी में कांके, हटिया व नामकुम ग्रिड से बिजली सप्लाई होती है. इन्हीं ग्रिड पर एग्रीकल्चर परपस के लिए सप्लाई का भी जिम्मा है. ऐसे में लोड ज्यादा होने से सिटी के लोगों को क्वालिटी बिजली नहीं मिल पाती है. वहीं, कृषि के लिए डेडिकेटेड फीडर बनने से बिजली का लोड डाइवर्ट हो जाएगा.

किसानों को फ्री कनेक्शन

कृषि फ डर से किसानों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिया जाएगा. कृषि के लिए अलग फ डर से किसानों को सिंचाई के लिए कम से कम छह घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. आपूर्ति का समय किसानों की सहूलियत के आधार पर तय किया जाएगा. तिलका मांझी कृषि पंप योजना के तहत दो एचपी का सिंगल फेज कनेक्शन नि:शुल्क दिया जाएगा.

ट्रांसफ ार्मर से मिलेंगे मीटर लगे कनेक्शन

जेबीवीएनएल खेतों में ट्रांसफ ार्मर लगा रहा है. उसके बाद मीटर लगा कर किसानों को कनेक्शन दिया जाएगा. कनेक्शन नि:शुल्क दिया जाएगा. लेकिन बिजली की कीमत चुकानी होगी. राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा तय दर पर बिजली दी जाएगी. जेबीवीएनएल इस समय किसानों को पांच रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली दे रहा है. इसमें राज्य सरकार प्रति यूनिट 3.80 रुपए की सब्सिडी दे रही है. किसानों को 1.20 रुपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान करना पड़ रहा है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha