नम्बर गेम

- 3500 प्राइवेट कर्मचारी बिजली विभाग की ओर से काम में तेजी के लिये लगे हैं

- 1180 कर्मचारी बिजली विभाग के दिन-रात कर रहे काम

- 35 किलोमीटर में लगना 11 केवी की लाइन,

- 30 किलोमीटर तक 11 केवी की लाइन डाल दी गई है

- 400 केवीए का 43 ट्रांसफार्मर लगना हैं, अभी तक 20 लगा

- 100 केवीए का 8 ट्रांसफार्मर मेला के अलग-अलग एरिया में लगना हैं

- मेला क्षेत्र में बिजली विभाग के काम में आई रफ्तार

- मेला क्षेत्र में लगना हैं दस हजार पोल, लग चुके हैं आठ हजार

- 60 परसेंट से अधिक काम को पूरा करने का दावा

PRAYAGRAJ: माघ मेला एरिया में बिजली विभाग के काम में तेजी शुरू हो गयी। पावर कारपोरेशन की तरफ से 10 हजार पोल लगना हैं। अब तक आठ हजार पोल लगा दिये गये हैं। इन खम्भों पर तार भी लगभग बिछाए जा चुके हैं। मेला अधिशाषी अभियंता निर्माण खंड प्रथम रामा कांत यादव का कहना हैं कि 20 दिसम्बर तक सभी काम पूरा कर लिया जाएगा। काम लगभग साठ प्रतिशत के ऊपर तक हो गया हैं। वहीं दस सब स्टेशन बनकर तैयार हैं, छह सब स्टेशन से पॉवर सप्लाई शुरू कर दी गई है।

31 हैं लास्ट डेट मगर 20 तक का हैं टारगेट

मेला क्षेत्र में 325 किलोमीटर एलटी लाइन का काम होना हैं। जिसमें अभी तक 250 किलोमीटर तक लाइन बिछा दिया गया हैं। निर्माणाधीन पांटून पुलों तक भी बिजली पहुंचा दी गई हैं। अरैल तरफ भी दो सब स्टेशन बनाने का काम तेजी से चल रहा हैं। बता दें कि वहां जमीन समतल की जा रही है। समतलीकरण के बाद इन क्षेत्रों में खंभे व तार लगा दिए जाएंगे। मेला क्षेत्र में 20 अस्थाई सब स्टेशन बनाए जाने हैं। जिसमें से दस सब स्टेशन बन कर तैयार हो चुका हैं। मंगलवार से छह सब स्टेशन से बिजली सप्लाई काम भी शुरू हो गया हैं। अधिकारियों कहना हैं कि बीस तारीख तक सभी काम को पूरा करने का टारगेट दिया गया हैं। इसी लक्ष्य को लेकर कर्मचारी काम में जुटे हैं।

मेला क्षेत्र में लगेंगे 12 हजार एलईडी लाइट

मेले को दिव्य और भव्य बनाने के लिए बिजली विभाग 12 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने काम कर रही हैं। मंगलवार तक बिजली विभाग की टीम ने मेला क्षेत्र में तीन हजार तक लाइटें लगाने काम किया। वहीं मेला क्षेत्र में पांटून पुलों का भी निर्माण तेजी हो रहा हैं। इन पुलों के पास चकर्ड प्लेंटे बिछाई जा रही है।

मेले में दस हजार पोल लगेंगे। वहीं बिजली सप्लाई के लिये 20 सब स्टेशन बनाने का काम चल रहा हैं। काम में तेजी के लिये इस बार विभाग ने नई तकनीक का इस्तेमाल किया है। मेला क्षेत्र पोल को लगाने के लिये हाइड्रोलिक मशीन का प्रयोग किया जा रहा हैं। इससे समय की बचत भी हो रही है। रोज तीन सौ से चार सौ पोल लगाने का लक्ष्य रखा गया।

आरके यादव

अधिशाषी अभियंता, मेला

Posted By: Inextlive