- प्रधान समर्थकों ने लोगों के घर में घुसकर की मारपीट

- जमकर किया पथराव, तोड़ डाले दरवाजे, बाइक व साइकिलें

- महिलाओं के साथ की गई बदसलूकी, प्रधान के बेटे का सिर फटा

- गांव में तनाव का माहौल, दोनों तरफ से दी गई तहरीर

BANSGAON: पंचायत उपचुनाव में जीत की खुमारी ऐसी छाई कि प्रधान समर्थकों ने पूरे गांव में तांडव मचा दिया। यह वाकया है बांसगांव ब्लॉक के गोछरन गांव का। मंगलवार को यहां पर पंचायत उपचुनाव की काउंटिंग के बाद इन्द्रजीत सिंह विजेता घोषित हुए। परिणाम आने के बाद उनके समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। जीत के नशे में चूर समर्थकों ने गांव में घुसते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिए। लोगों के दरवाजे तोड़ डाले गए और घर में घुसकर लोगों की पिटाई की गई। महिलाओं के साथ बदसलूकी की भी गई। इसके बाद गांव वालों ने भी विरोध किया और कुछ देर के लिए गांव लड़ाई का मैदान बन गया। मारपीट में दोनों पक्षों के लोग घायल हुए हैं। नवनिर्वाचित प्रधान के बेटे का सिर फट गया है। दोनों पक्ष की ओर से थाने में तहरीर दी गई है।

खूब चले ईट-पत्थर

घटना के बारे में गोछरन निवासी सूरज सिंह पुत्र योगेन्द्र सिंह का कहना है कि वह परिजनों के साथ दरवाजे पर बैठे थे। सुबह 11 बजे प्रधान इन्द्रजीत सिंह अपने दर्जनों समर्थकों के साथ चढ़ आए और गाली देने लगे। जब मना किया तो उनके समर्थक मारपीट पर उतारू हो गए और ईट-पत्थर चलाने लगे। लोगों ने खुद को घर में बंद कर जान बचाई। इस दौरान प्रधान के समर्थकों ने घर से खींचने की भी कोशिश की। दरवाजा तोड़ डाला और गांव के लोग पहुंचे तो जान बची।

महिलाओं से छेड़छाड़

गांव के निवासी श्रीराम उर्फ भीम यादव का कहना है कि सूरज के घर के बाद हमलावरों ने उनके यहां हमला किया। करीब 50 की संख्या में हमलावर घर पर ईट-पत्थर बरसाने लगे। हमलावरों ने बरामदे में खड़ी बाइक और साइकिल तोड़ डाली। इसके बाद मेन गेट को तोड़ने की कोशिश की। मना करने पर घर की महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने लगे। इस संबंध में सूरज सिंह पुत्र योगेन्द्र सिंह ने पुलिस को तहरीर दी है।

प्रधान ने भी लगाया आरोप

नवनिर्वाचित प्रधान इन्द्रजीत सिंह ने भी मामले में पुलिस को तहरीर दी है। उनका कहना है कि जीत के बाद वे अपने समर्थकों के साथ घर जा रहे थे। अभी बांसगांव चौराहे पर पहुंचे ही थे कि गांव से फोन आया कि उनके समर्थकों के दरवाजे पर लोग लाठी-डंडा लेकर चढ़ गए हैं। इसके बाद उन्हें कॉल आया कि उनके बेटे आलोक को अकेला पाकर पिस्टल सटाकर गोली मार दी लेकिन गोली मिस कर जाने से वह बच गया। इस बीच गांव के धीरज व नीरज पुत्रगण योगेन्द्र सिंह, विजय बहादुर, धर्मेन्द्र यादव द्वारा कट्टा तथा पिस्टल के बट से मारकर आलोक का सिर फोड़ दिया। पुलिस गांव में पहुंचकर लोगों के बयान ले रही है। दोनों पक्षों में तनाव का माहौल है।

कोट

मामले में दोनों पक्षों से तहरीर मिली है। घटना की जांच हो रही है।

- संजय कुमार, एसआई

Posted By: Inextlive