छात्रसंघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रशांत भूषण ने रखे अपने विचार

रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कदम उठाने के लिए सरकार को दी नसीहत

ALLAHABAD: जिस प्रकार सबको शिक्षा देने के लिए राइट टू एजूकेशन की शुरुआत हुई। उसी प्रकार सभी को रोजगार देने के लिए राइट टू इम्लाइमेंट की भी शुरुआत होनी चाहिए। ये बाते संडे को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के निराला सभागार में आयोजित कार्यक्रम शिक्षा एवं रोजगार हमारा संवैधानिक अधिकार' विषयक संगोष्ठी के दौरान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व आम आदमी पार्टी पूर्व नेता प्रशांत भूषण ने कही। उन्होंने कहा कि सबको शिक्षा की तर्ज पर ही सबको रोजगार देने की दिशा में भी सरकार को वर्क करना चाहिए। जिससे सभी का जीवन खुशहाल हो सके। इसके लिए सरकार को नए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी संकल्प के साथ वे इस दिशा में प्रयास करेंगे जिससे देश में बेरोजगारों को काम के बेहतर साधन उपलब्ध हो सके। उन्होंने ने देश को दिशा देने के लिए युवाओं को अपनी ऊर्जा व विचारों को नई सामाजिक व्यवस्था व राजनीति निर्माण में लगाना के लिए कहा।

सभी वर्गो को मिले फेलोशिप

संगोष्ठी के दौरान फेलोशिप के मुद्दे पर भी प्रशांत भूषण ने अपने विचार लोगों के सामने रखे। उन्होंने कहा कि फेलोशिप की पहुंच सभी वर्गो तक हो, ऐसा होने पर ही उसकी सार्थकता नजर आएगी। इसलिए उसकी संख्या को बढ़ाया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए भी तैयार रहे। प्रो। अली अहमद फातमी ने कहा कि शिक्षा व रोजगार हर व्यक्ति का अधिकार है, उसके लिए बेहतर वातावरण बनाने की जरूरत है। इसमें युवाओं की भागीदारी अहम है। छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष केके राय ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी हर व्यक्ति को मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के जरिए समाज में विचारों की क्रांति लायी जा सकती है। संयोजक छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने कहा कि यूजीसी की फेलोशिप को लेकर शुरू हुई लड़ाई अब शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ बदल चुकी है। इसको लेकर हर स्तर पर आवाज उठाई जाएगी। सरकार को अपना छात्र विरोधी निर्णय वापस लेना ही होगा। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।

विद्यार्थी परिषद ने किया विरोध

निराला सभागार में आयोजित गोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि प्रशांत भूषण का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं जमकर विरोध किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रशांत के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध के दौरान अवनीश राय, शिवम तिवारी, पंकज यादव, अभिनव तिवारी, अश्वनी मौर्य, मानस पटेल, आदर्श मिश्र, विकास सिंह शामिल रहे।

Posted By: Inextlive