- विशेष समुदाय की बेटियों के लिए चल रही योजना को भेदभावपूर्ण बताया

- जागरुकता की कमी के कारण कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं हिंदू

Meerut : पिछले दो हजार वर्ष के इतिहास में ¨हदुओं को अपमानित ही किया गया है। इसलिए अब ¨हदुओं को जगाने का समय आ गया है। अब कश्मीर के साथ ही भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद व मेरठ आदि जगहों पर ¨हदू सुरक्षित नहीं हैं। यह विचार विश्व ¨हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्य कारी अध्यक्ष डॉ। प्रवीण तोगडि़या ने विश्व ¨हदू परिषद की ओर से जिमखाना मैदान में आयोजित विराट ¨हदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

भेदभाव कर रही सरकार

बारिश व सर्दी के बावजूद मैदान में हजारों की भीड़ देखकर उत्साहित डॉ। तोगडि़या ने यूपी गवर्नमेंट की ओर से विशेष समुदाय की बेटियों की आर्थिक मदद लिए चलाई जा रही योजना को भेदभावपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हिंदू बेटियों के साथ भेदभाव कर रहे हैं। प्रदेश के ब्राह्माणों, ठाकुरों, जाटों व अन्य ¨हदुओं की बेटियों ने क्या गुनाह किया था, जिनके लिए कोई ऐसी योजना नहीं बनाई गई। कम से कम यादवों की बेटियों को तो इस योजना का लाभ मिलना चाहिए था।

पहले मंदिर दर्शन, फिर जश्न

डॉ। तोगडि़या ने कहा कि ये सम्मेलन जश्न के लिए नहीं, बल्कि ¨हदुओं को जगाने के लिए है। उन्होंने कहा कि जश्न उस दिन मनाया जाएगा, जिस दिन मेरठ के ¨हदू अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर में दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि विकास तभी मायने रखेगा जब भारत ¨हदू राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्व के व्यापार का केंद्र कहा जाने वाला व‌र्ल्ड ट्रेड सेंटर का नामों निशान भी नहीं रह गया। इसलिए विकास के साथ ही देश को ¨हदू राष्ट्र बनाने की जरूरत है।

नहीं होने देंगे धर्मातरण

डॉ। तोगडि़या ने ¨हदुओं को धर्मातरण न होने देने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि ¨हदू बेटियों का धर्मातरण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने लव जिहाद के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाने और आंदोलन करने के लिए युवाओं को प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने आजादी के बाद से अब तक लगातार घटती ¨हदू जनसंख्या के प्रतिशत पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्00 करोड़ ¨हदुओं की सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि को बनाए रखने के लिए ¨हदुओं को जागना पड़ेगा। गोहत्या को रोकने के लिए डॉ। तोगडि़या ने ¨हदुओं का गाय की रक्षा के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महापौर हरिकांत अहलुवालिया, स्वामी विवेकानंद, निर्मलानंद, ठाकुर कमल सिंह आदि उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive