- प्रीतनगर कालोनी में पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लिया

- डेढ़ लाख की नगदी और छह लाख के जेवर ले गए

Meerut । मेरठ के मवाना की पॉश कालोनी प्रीतनगर में दवा कारोबारी के घर दिवाली का गिफ्ट देने के बहाने घुसे बदमाशों ने महिला और बच्चों को गन प्वाइंट पर लेकर डेढ़ लाख की नकदी और छह लाख के जेवर लूट लिए।

घटना के बाद खलबली

सुभाष चौक पर दवा कारोबारी रवि मलिक पुत्र श्रीराम मलिक का मेडिकल स्टोर है। प्रीतनगर में आवास है। शनिवार दोपहर रवि मेडिकल स्टोर पर थे, जबकि उनके पिता मेरठ में दवाई लेने गए थे। घर पर रवि की पत्‍‌नी शालिनी बड़ी बेटी सोम्या छोटी बेटी डॉली व 12 साल का बेटा कृष थे। शालिनी के मुताबिक, सवा बजे गेट पर हाथ में दिवाली का गिफ्ट और मिठाई लिए हुए व्यक्ति खड़ा था। घंटी बजाने पर कृष ने दरवाजा खोल दिया।

तीन बदमाश अंदर घुस गए

इसी दौरान पीछे से तीन बदमाश भी मिठाई और गिफ्ट लिए युवक के साथ घर में प्रवेश कर गए। कृष ने बाकी लोगों को अंदर आने से मना किया तो उसकी कनपटी पर तमंचा तान दिया। बदमाशों के दो साथी गेट पर बाहर खड़े हो गए। बदमाशों ने शालिनी को धमकी दी कि यदि घर से ज्वैलरी और नकदी नहीं दोगी तो कृष को जान से मार देंगे। करीब आधा दर्जन बदमाश कृष को साथ लिया और शालिनी से चाबी ले ली और सेफ खोल ली। एक घंटे तक सभी कमरों को खंगाला और डेढ़ लाख की नकदी व छह लाख के सोने-चांदी के जेवर अपने कब्जे में कर लिए। सभी को बांधकर चार मोबाइल भी ले लिए और फरार हो गए।

पड़ोसी ने कराया बंधन मुक्त

मकान में पीछे लाइट लगा रहे राकेश ने परिवार को बंधन मुक्त किया। पड़ोसी के फोन से रवि को जानकारी दी गई। घर पहुंच कर रवि ने पुलिस को सूचना दी। कुछ लोगों ने बताया कि बदमाश दो से तीन बाइकों पर सवार थे। वह काफी देर से मिठाई और गिफ्ट लिए दवा कारोबारी के घर के बाहर खड़े थे।

कांबिंग हुई, रिजल्ट शून्य

दिनदहाड़े हुई डकैती की सूचना पर एएसपी अंकित मित्तल टीम के साथ पहुंचे। कांबिंग की औपचारिकता भी कराई, लेकिन नतीजा शून्य रहा। बताया जाता है कि सूचना के बाद भी पुलिस करीब आधा घंटा देरी से पहुंची।

गिफ्ट देने के बहाने घर में घुसे बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। कारोबारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश की जा रही है। एसपी देहात को गश्त बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं।

- जे रविंदर गौड, एसएसपी

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व्यापारियों में रोष

डकैती से व्यापारियों में जबरदस्त रोष है। व्यापारियों का कहना था कि अब तो वे दिन में भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। यह सब पुलिस की लापरवाही का नतीजा है।

कृष से की पूछताछ

एसएसआई ने परिवार के मोबाइल नंबर लेकर उन्हें सर्विलांस पर लगवाया है ताकि बदमाशों को ट्रेस किया जा सके। एसएसआई ने कृष से बदमाशों के हुलिए के बारे में पूछा।

पूजा घर के रास्ते से निकले परिजन

महिलाओं ने बताया कि जिस कमरे में उन्हें बंधक बनाया था ठीक उसी के सामने वाले कमरे में बदमाश जाते वक्त कृष को बंद कर गये थे। काफी देर बाद जब उन्हें तसल्ली हो गई कि बदमाश चले गये तब जाकर वह पूजा घर के दरवाजे से निकले और दुकान पर सूचना दी।

Posted By: Inextlive