JAMSHEDPUR: मंजिल उसी को मिलती है जिसके सपनों में जान होती है सिर्फ पंखों से नहीं हौसलों से भी उड़ान होती है.आखों में सपनों की चमक हो और दिल में जज्बा तो मंजिल खुद आसान हो जाती है.यह कहावत पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल पर फिट बैठती है.


उम्र 46 साल और हौसला हिमालय से भी ऊंचा। इंडिया में सबसे ज्यादा उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाली और सेवन समिट अभियान के सकेंड फेज में यूरोप के माउंट एलब्रस 18 510 फीट पर फतह करनेवाली प्रेमलता अग्रवाल ने नया इतिहास रच दिया है.यह चोटी यूरोप के साथ वेस्र्टन एशिया की सबसे उंची चोटी है। ज्यादा उम्र में माउंट एलब्रस पर फतह करनेवाली प्रेमलता भारत की पहली महिला बन गई है। माउंट एलब्रस के बाद प्रेमलता का अगला अभियान कार्सेन्ज पिरामिड इंडोनेशिया है। यह अभियान अक्टूबर में स्टार्ट होगा। प्रेमलता के इस अभियान को टाटा स्टील 55 लाख रुपए देकर मदद कर रही है। सातो शिखर पर फतह करने वाले पर्वतारोही को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जाता है। अगर प्रेमलता सातो चोटी पर चढ़ाई कर लेती है तो उसना नाम न सिर्फ हॉल ऑफ फेम में शामिल होगा बल्कि वह वल्र्ड की सबसे बड़ी उम्रदराज महिला होने के साथ इंडिया की पहली पर्वतारोही भी होगी।First अभियान में थी निराश
माउंट एलब्रस से पहले प्रेमलता अपने सेवन समिट अभियान की स्टार्टिंग नार्थ अमेरिका के अलास्का स्थित माउंट मैकेनले पर फतह करने निकली थी। खराब मौसम के कारण प्रेमलता माउंट मैकेनले पर फतह नहीं कर सकी और उन्हें समिट से महज 700 फीट की दूरी से लौटना पड़ा था। प्रेमलता लास्ट इयर फिर से एक बार इस माउंट पर फतह करने की कोशिश करेगी।इकलौती इंडियन मेंबर थीमाउंट एलब्रस पर फतह करने के लिए प्रेमलता अग्रवाल ने 5 अगस्त से अपने अभियान को स्टार्ट किया था। माउंट एलब्रस के लिए प्रेमलता अग्रवाल को मात्र 15 दिनों का वीजा मिला था। माउंट एवरेस्ट पर फतह के बाद प्रेमलता इसे कठिन चुनौती नहीं मानती थी, लेकिन वहां की तेज हवाओं से सबमिट में काफी प्रॉब्लम होती है। माउंट एलब्रस समिट पर जाने वाले टीम में वह इकलौती इंडियन मेंबर थी।

Posted By: Inextlive