- देव ज्वैलर्स पर लूट करने वाला कुख्यात पहले भी दो थानों में हो चुका था गिरफ्तार

- पुलिस वालों ने पहचान लिया उसका चेहरा, ठिकानों से फरार, जगह-जगह दबिश

देहरादून,

प्रेमनगर में देव ज्वैलर्स पर 10 दिन पहले 2 लाख रुपए और 2 किलो सोना लूट की वारदात में पुलिस ने बदमाशा को सीसीटीवी कैमरे में मिले एक फुटेज से पहचान लिया। वह देहरादून के दो थानों में पहले भी गिरफ्तार हो चुका था। पुलिस जब इस वारदात के बदमाशों का सीसीटीवी कैमरा से फुटेज खंगालती हुई हरिद्वार पहुंची। वहां एक सीसीटीवी फुटेज में चेहरे से नकाब हटाते ही एक लुटेरा पहचान में आ गया। उसका चेहरा सामने आते ही जांच टीम में शामिल कई पुलिसकर्मी चौंककर बोले, अरे, ये तो वही चेन लुटेरा है जो सहसपुर और नेहरू कॉलोनी थाने में कुछ वर्ष पहले गिरफ्तार हुआ था। जब से यह चेहरा सामने आया है एसएसपी से लेकर जांच टीम के अन्य सदस्यों का चैन खो गया है। एसएसपी ने किसी भी तरह उसे दबोचने के डायरेक्शन दे रखे हैं और पुलिस नाम-पता व फोटो लेकर उसके घर, परिवार, रिश्तेदारों तक को जीरो डाउन कर लिया है।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खंगाली केस की परतें:

प्रेमनगर में 7 अक्टूबर को देव ज्वैलर्स पर दिन दहाड़े हुई लूट के मामले में पुलिस अभी लुटेरों को नहीं पकड़ पाई, लेकिन आईडेंटिफाई करने में कामयाब रही। 10 दिन में पुलिस की जांच कहां तक पहुंची इसका पता लगाने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एसएसपी, एसपी सिटी, एसपी रूरल, प्रेमनगर, सहसपुर, नेहरू कॉलोनी थाने के पुलिसकर्मियों समेत पीडि़त से बात कर परतें खंगाली तो यह खुलासा हुआ। लुटेरों के वारदात कर बाइक पर दून से बाहर निकलने के रूट को सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के जरिए ट्रैक किया गया। दून से फरार होते समय बाइक सवार लुटेरे हरिद्वार पहुंचे तो बाइक पर पीछे बैठे लुटेरे ने कुछ पल के लिए चेहरे पर बांधा रुमाल हटा लिया। यह सीन वहां के एक सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड हो गया। जांच टीम ने रिकॉर्डिग देखी तो कई पुलिसकर्मियों ने उसे पहचान लिया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को इस पड़ताल में लुटेरे का नाम, पता भी मालूम चल गया, लेकिन पुलिस ऑफिसर्स की रिक्वेस्ट पर लुटेरे के पकड़े जाने तक या फरारी की दशा में उसका नाम ऑफीशियली सार्वजनिक किए जाने तक इसे गोपनीय रखा जा रहा है।

जिस दुकान को लूटा, कभी वहां लूट का माल बेचने आया था:

पुलिस को जिस लुटेरे की तलाश है उसे चार वर्ष पहले प्रेमनगर थाना पुलिस ने चेन लूट के एक मामले में गिरफ्तार किया था। लूट का माल बरामद करने की बारी आई तो उसने देव ज्वैलर्स का नाम लिया था। सहसपुर थाना पुलिस देव ज्वैलर पर पूछताछ करने भी आई थी। लूट के शिकार देव ने खुद इस बात की पुष्टि की है। देवेन्द्र ने बताया कि करीब चार वर्ष पहले सहसपुर थाने से कुछ पुलिसकर्मी उसकी दुकान पर आए थे। पुलिस ने कहा था कि एक चेन लुटेरे ने पूछताछ में कबूल किया है कि लूट की चेन तुम्हारी दुकान पर बेची है। तब मैंने नया नया ज्वैलरी कारोबार शुरू किया था, मुझे ज्यादा समझ नहीं थी। पुलिस मुझे थाने भी लेकर गई थी। लेकिन बदमाश कौन था, यह मुझे पता नहीं और न ही मेरे यहां से चोरी-लूट का कोई माल बरामद हुआ था।

जांच प्रेमनगर से बदलकर नेहरू कॉलोनी थाना इंचार्ज को:

एसएसपी अरुण मोहन जोशी इस मामले के खुलासे को लेकर बेहद गंभीर हैं। प्रेमनगर थाना इंचार्ज से हटाकर जांच नेहरू कॉलोनी थाना इंचार्ज दिलबर नेगी को सौंप दी है। मामले की जांच में सिटी के अलावा ग्रामीण एसपी और उनकी टीम को भी शामिल किया गया है। साथ ही प्रेमनगर थाने की जिम्मेदारी अपने पीआरओ धर्मेन्द्र रौतेला को सौंप दी है। चर्चा यह भी है कि पंचायत चुनाव की आचार संहिता तक यह व्यवस्था की गई है। 21 अक्टूबर को आचार संहिता समाप्त होते ही प्रेमनगर थाना इंचार्ज बदल दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive