सर्वे खोलेगा आपकी सेहत की पोल
-जल्द ही आपके घर पहुंचेगी आशा कार्यकर्ता, पूछेगी सवाल
-केंद्र सरकार की ओर से डेटा तैयार कर संदिग्ध मरीजों की होगी जांच और इलाज vineet.tiwari@inext.co.in ALLAHABAD: हो सकता है आपको पता न हो कि धीरे-धीरे कोई घातक बीमारी आपको गिरफ्त में ले रही है या आप रेड लाइन पर खड़े हैं। वैसे अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार एनसीडीएस कार्यक्रम के तहत सर्वे करा रही है। इसमें आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से स्वास्थ्य संबंधी और लाइफ स्टाइल से जुड़े सवाल पूछ रही है। इनके बारे में दिए गए आपके जवाब खुद आपकी सेहत का राज खोल देंगे। निर्धारित प्रपत्र में भरे जाएंगे जवाबआपका स्वास्थ्य जांचने के लिए अब आपसे पंद्रह सवाल पूछे जाएंगे। तीस वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी लोगों से अलग-अलग आशा वर्कर घर-घर जाकर ये सवाल करेंगी। इन सवालों के जवाब निर्धारित प्रपत्र में भरे जाएंगे। इससे डायबिटीज, हाइपर टेंशन, ओरल कैंसर, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर व सरवाइकल कैंसर जैसी बीमारियों का प्रारंभिक दौर में पता लगाकर इलाज किया जा सकेगा। डॉक्टर्स की मानें तो डायबिटीज और हाइपर टेंशन ही तमाम बीमारियों की जड़ हैं। ये साइलेंट बीमारियां हैं। इनका तभी पता चलता है, जब बीमारी लीवर, किडनी आदि को नुकसान पहुंचा चुकी होती है। लिहाजा, प्रारंभिक चरण में इन बीमारियों का पता लगाने के लिए यह योजना कारगर होगी।
मरीज का होगा मुफ्त इलाज आशा वर्कर के सवालों के जवाबों के आधार पर यदि संबंधित व्यक्ति में किसी बीमारी की आशंका होती है तो उसे पास के स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा जाएगा। वहां उसका रक्तचाप एवं शुगर टेस्ट मुफ्त होगा। रिपोर्ट में बीमारी की आशंका होने पर उसके प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टेस्ट होंगे। कोई भी बीमारी सामने आने पर उसका समय पर इलाज हो सकेगा। आशा वर्कर को केंद्र की ओर से इस सर्वे के लिए इन्सेंटिव भी दिया जा रहा है। पूछे जाएंगे ये प्रमुख सवाल -क्या आप या आपके घर में कोई धूम्रपान करता है? -आप प्रतिदिन हरी सब्जी कितनी बार खाते हैं? -भोजन में नमक तेज या मीठा ज्यादा खाते हैं? -शरीर में लंबे समय से न भरने वाला कोई छाला या घाव है? -शरीर में कहीं गांठ या गिल्टी तो नहीं है? -आपको सांस फूलने या बलगम में खून आने की दिक्कत तो नहीं? -इसके अलावा महिलाओं से भी अलग से सवाल पूछे जाएंगे। वर्जनयोजना आगे भी चलती रहेगी। इसके तहत प्रत्येक वर्ग के घर जाकर आशा कार्यकर्ता निर्धारित फॉर्मेट में सवालों के जवाब पूछेगी। सर्वे के आधार पर लोगों की सेहत के बारे में पता लगाकर जांच व इलाज होगा।
-डॉ। वीके मिश्रा, प्रभारी, एनसीडीएस सेल स्वास्थ्य विभाग