- क्लोन चेक से 49.50 लाख की निकासी करने की थी तैयारी

- खगौल के पंजाब नेशनल बैंक से हुई दो शातिरों की गिरफ्तारी

PATNA : कभी जमीन के नाम पर तो कभी नौकरी के नाम पर आम आदमी से पैसे ठग लेना राजधानी में आम बात हो चुकी है, लेकिन दो शातिरों ने वो कारनामा किया है जिसे जानकर आप कहेंगे, ऐसा भी हो सकता है हुआ यूं कि मास्टर माइंड सुधीर कुमार उर्फ गौरव और रीतेश कुमार नाम के दो शख्स क्लोनिंग की गई फर्जी चेक के जरिए बाबा रामदेव की प्रोडक्ट कंपनी पतंजलि प्राइवेट लिमिटेड के खाते से ब्9.भ्0 लाख रुपए निकालने पीएनबी बैंक गए थे। इसके लिए सुधीर ने बकायदा अपने नाम से बैंक में खाता भी खुलवा रखा है। लेकिन बैंक मैनेजर की सूझबूझ से इनका दांव उलटा पड़ गया। अब दोनों सलाखों के पीछे हैं। बताया जाता है कि दोनों शातिर किसी बड़े गैंग से जुड़े हैं। मामला दानापुर के खगौल थाने का है।

- बैंक मैनेजर को हुआ शक

शातिर सुधीर सोमवार को बैंक में ब्9.भ्0 लाख रुपए का चेक जमा करने पहुंचा। हैवी अमाउंट देख बैंक के मैनेजर को शक हुआ। मैनेजर ने इंक्वायरी करने के लिए हरिद्वार स्थित पतंजलि प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों से बात की। जांच में पता चला कि जो चेक सुधीर ने जमा किया है, उस सीरियल नंबर का चेक पतंजलि के पास है ही नहीं। साथ ही किसी सुधीर को पतंजलि की तरफ से ब्9.भ्0 लाख का चेक भी इश्यू नहीं किया गया है। इसी के साथ ही मामला पूरी तरह से फर्जी निकल गया।

- करोड़ों रुपए का है ट्रांजेक्शन

बैंक मैनेजर ने तुरंत इसकी जानकारी खगौल थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने बैंक से दोनों शातिरों को गिरफ्तार किया। फिर दोनों से पूछताछ की। इनके ठिकानों को खंगाला। जहां से पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक और सिंडिकेट बैंक के पासबुक बरामद किए गए। जब पुलिस ने पूरे मामले को खंगाला तो पता चला कि सिंडिकेट बैंक में भी सुधीर ने अपने नाम से एक अकाउंट खुलवा रखा था। जिसमें अब तक एक करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन हो चुका है। जिसे देख पुलिस भी सकते में हैं। हालांकि पूछताछ में सुधीर ने अपने इनकम का सोर्स पुलिस को नहीं बताया।

- पहले भी कर चुका है ऐसी वारदात

दोनों को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पिछले कई दिनों का बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। एक सप्ताह पहले के फुटेज में सुधीर का साथी रितेश देखा गया। जब उससे पूछताछ हुई तो उसने बताया कि फर्जी चेक के जरिए ख् लाख और क्.भ्0 लाख रुपए बैंक से निकाल चुके हैं। उसी का चेक जमा करने वो बैंक गया था।

- मशीन की तलाश में पुलिस

एक मशीन के जरिए सुधीर और रितेश फर्जी चेक तैयार करते थे। ओरिजनल चेक में टेंपरिंग कर नकली सीरियल नंबर प्रिंट करते थे। टेंपरिंग ऐसी होती थी कि बैंक वाले भी फर्जी चेक को पकड़ नहीं पाते हैं। पुलिस टीम टेंपरिंग मशीन की खोज में लगी है। साथ ही गैंग में शामिल दूसरे शातिरों की तलाश कर रही है।

बरामदगी

क्। फोर व्हीलर -क्

ख्। बाइक - क्

फ्। मोबाइल - फ्

ब्। पासबुक - ब्

भ्। चेक बुक - ख्

म्। एटीएम - क्

7. मुहर - ख्

8. वोटर कार्ड -क्

कंपनी के स्टाफ के इस मामले में मिले होने की संभावना है। पटना पुलिस की टीम मामले की जांच के लिए हरिद्वार जाएगी। टेंपरिंग मशीन व गैंग में शामिल दूसरे शातिरों की तलाश जारी है।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना

Posted By: Inextlive