RANCHI : प्याज ने लोगों को रुलाना शुरु कर दिया है। हर दिन प्याज का भाव चढ़ रहा है। एक महीना पहले सिटी के खुदरा बाजार में 20 से 25 रुपए केजी मिलनेवाला प्याजा अब 40 से 45 रुपए केजी बिक रहा है। ऐसे में लोग अब केजी के बजाय पाव के भाव प्याज खरीदने को मजबूर हो गए हैं। प्याज की चढ़ती कीमत को कंट्रोल करने की कवायद भी शुरु हो चुकी है। जल्द ही यहां प्याद के दाम में गिरावट आएगी, क्योंकि सिटी के प्याज बाजार को नासिक से आनेवाले प्याज का सपोर्ट मिलेगा।

नेफेड करेगी सप्लाई

नेशनल एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी नेड की ओर से देश के आठ ऐसे शहरों में प्याज के सप्लाई की तैयारी चल रही है। इस वजह से यहां की कीमतों में फर्क आ जाएगा। केंद्र सरकार के इंस्ट्रक्शन के तहत अगस्त के दूसरे सप्ताह से नेड की ओर से उन आठ शहरों में प्याज की सप्लाई होगी जिसमें रांची का नाम ाी शामिल है। रांची के अलावा पटना, कोलकाता, रायपुर, ाुवनेश्वर, लानऊ, चेन्नई और हैदराबाद के बाजारों में प्याज के आयात को लेकर आई कमी को दूर करने की कोशिश की जा रही है। पहले नेड की ओर से दिल्ली में सप्लाई होती थी लेकिन अब रांची में ाी यह होगा।

केंद्र के प्राइस स्टैलीटी फंड के तहत नेड को 2,500 टन प्याज प्राप्त हो चुके हैं, जिसकी सप्लाई आठ शहरों में होनी है। इस प्याज को नासिक के लासल गांव और पीपल गांव के वेयरहाउस में स्टोर किया गया है। नासिक से अब सीधा रांची के बाजारों तक प्याज की सप्लाई जल्द ही शुरू होगी।

प्याज के दाम में उछाल की वजहें

- समय पर बारिश नहीं होने से उत्पादन में कमी होना

2- मंडी की मांग के मुताबिक प्याज की सप्लाई नहीं होना

3- कालाबाजारी की वजह से भी प्याज की कीमतों में आई है तेज उछाल

4 प्याज का भंडारण होना

प्याज की कीमत कैसे कंट्रोल में रखा जाए

- प्याज की कीमत पर नजर रखने के लिए सरकार निगरानी टीम का गठन करे

2- प्याज के होलसेल व फुटकर रेट की जानकारी हर दिन लोगों को दी जाए

3- कालाबाजारी पर नजर रखने के लिए खुफिया टीम का गठन किया जाए

4- प्याज की कालाबाजारी करनेवालों के खिलाफ प्रशासन कड़े कदम उठाए

5- मंडी की जरूरत के हिसाब से प्याज की सप्लाई सुनिश्चित करने की पहल हो

6- प्याज का भंडारण करने वालों के खिलाफ कदम उठाया जाए

Posted By: Inextlive