महंगाई का काउंटर अटैक
- बाजार में महंगी मिल रही हैं सभी सब्जियां
- लोगों का हुआ बुरा हाल, सिगरेट, गुटखों पर जमाखोरी तो पेट्रोल डीजल भी हुआ महंगा Meerut: हाल ही में सत्ता मे आई मोदी सरकार पर महंगाई का काउंटर अटैक पड़ना शुरू हो गया है। महंगाई से हाहाकार मच गया है, लोग तिलमिला उठे हैं। सब्जी, पेट्रोल, घरेलू गैस सब कुछ धीरे-धीरे महंगा होता जा रहा है। महंगाई की दोहरी मार से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। सब्जियों ने फीका किया स्वाद रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। इसी के साथ सब्जियों के दाम ने भी आसमान छूना शुरू कर दिया है। आलू, प्याज, फूल गोभी, भिंडी, शिमला मिर्च सब कुछ महंगा हो चला है। लोग परेशान है। सब्जी पहले अब आलू ख्0 फ्0 प्याज ख्0 फ्भ् टमाटर क्भ् ख्भ्भिंडी क्भ् ख्भ्
घिया क्भ् ख्0 कद्दू क्भ् ख्0 खीरा क्0 ख्0 फूल गोभी फ्0 80 शिमला मिर्च ख्भ् ब्0 नोट- रेट प्रति किलो में हैं। -------------- पेट्रोल की भी मारसब्जियों के ऊंचे हो रहे भाव से लोगों ने तालमेल बिठाना शुरू भी नहीं किया था कि सोमवार को पेट्रोल और डीजल के रेट में भी इजाफा कर दिया गया। इस इजाफे से लोगों में खासी नाराजगी है। नाराजगी नई नवेली केंद्र सरकार से भी है, जो महंगाई पर लगाम कसने के दावे कर रही थी। पेट्रोल में जहां क्.म्9 रुपए का इजाफा हुआ है वहीं डीजल में भ्0 पैसे बढ़ गए हैं। ऐसे में मेरठ में पेट्रोल की कीमत 80 रुपए तक पहुंच गई है।
मेरठ में रेट पेट्रोल- 80.ब्म् रुपए डीजल- म्ख्.म्7 रुपए --------------- गैस पर भी मार कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले लोगों को गैस के रेट लगातार कम करके लडडू दिया था। जिससे नॉन सब्सिडी सिलेंडर के रेट क् हजार से कम हो गए थे। नई सरकार बनी तो उसने मंगलवार को गैस के दामों में क्म्.भ्0 रुपए की वृद्धि कर दी है। अब नॉन सब्सिडी सिलेंडर 9ख्ख्.भ्0 रुपए में मिलेगा। --------------- पिछली सरकार ने सभी कार्यालयों को काफी नुकसान पहुंचाया था, अब नई सरकार अपनी जेब से पैसे कैसे देगी। ऐसे में थोड़ी महंगाई करके घाटे को कम किया जा रहा है। विपिन शर्मापहले जो सरकार थी, वो भी महंगाई कर रही थी, अब ये नई सरकार आई है ये भी महंगाई कर रही है, तो अंतर ही क्या रह गया है।
विक्रांत गुप्ता
अच्छे दिन आने वाले थे, लेकिन ये अच्छे दिन तो हो ही नहीं सकते हैं। महंगाई पहले भी बढ़ रही थी, अब भी बढ़ रही है। निशांत शर्मा महंगाई पर लगाम लगाना जरूरी है। अगर पब्लिक की जेब से ही पैसा भरना है, तो फिर कोई भी सरकार चला सकता था। रीना सिंघल नई सरकार से उम्मीद थी कि वो महंगाई पर रोक लगाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। सुरेश कुमार पेट्रोल के रेट लगातार बढ़ाए जा रहे हैं, पेट्रोल तो आम आदमी से लेकर हर किसी की जरूरत है। ऐसे में ये चोट बहुत महंगी पड़ रही है। अनुज कुमार आम आदमी के बारे में सरकार नहीं सोच रही है। रोज किसी ना किसी चीज के रेट बढ़ रहे हैं। बजट आएगा तो पता नहीं क्या होगा। सतीश कुमार नई सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी, लेकिन सब कुछ बेकार हो रहा है। अब इस सरकार से क्या उम्मीदे लगाएं उमेर