- आईआईए संगोष्ठी में जीएसटी के बारे में जानकारी

- आईआईए ने सेल्स टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा

Meerut : जीएसटी के आने के बाद बाकी तमाम तरह के टैक्स पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। जीएसटी में ख्ब् फीसदी टैक्स प्रस्तावित होगा। शुरुआत में थोड़ी महंगाई दिखाई देगी, लेकिन बाद में वस्तुओं की कीमत कम हो जाएगी। ये बातें आईआईए की मीटिंग के दौरान जीएसटी के प्रतिष्ठित प्रवक्ता प्रशांत रायजादा ने कही। इस मौके पर आईआईए के पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि के तौर पा आए सेल्स टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।

खत्म हो जाएंगे सभी टैक्स

वक्ता प्रशांत रायजादा ने बताया कि पार्टनर इनडायरेक्ट टैक्स, बीडीओ, इंडिया एलएलपी, ने ख्0क्म् में प्रोपोस्ड जीएसटी ख्ब् फीसदी है। इसके अलावा इंटर स्टेट सेल पर एडिशनल टैक्स क् फीसदी चार्ज होगा। शुरू में सभी उत्पाद काफी महंगे होंगे। लेकिन बाद में सस्ते शुरू हो जाएंगे। जीएसटी में केंद्र के सीएसटी, एडिशनल एक्साइज ड्यूटी, एडिशनल कस्टम ड्यूटी, सर्विस टैक्स, सरचार्ज और सेस खत्म हो जाएंगे। वहीं राज्यों के लगने वाले टैक्स वैट, परचेज टैक्स, इंटरटेनमेंट टैक्स, लक्जरी टैक्स समाप्त हो जाएंगे। वहीं सेल्स टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर ग्रेड-ख् आरके जैन ने उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण करने आश्वासन दिया।

ज्ञापन में ये रखी मांगे

क्। डिपार्टमेंट के सभी काम कंप्यूटराइज्ड होने जैसे ई-संचरण, फॉर्म 'सी' या अन्य फॉर्म डाउनलोड, मासिक व त्रैमासिक रिटर्न आदि। सभी के लिए अलग पासवर्ड होते हैं। सभी के लिए फर्म या कम्पनी को एक यूनिक नम्बर दिया जाए।

ख्। डीम्ड एसेसमेंट के पश्चात भी रेगुलर एसेसमेंट के नोटिस जारी कर दिए जाते हैं जो कि उचित नहीं है।

फ्। बहुत वर्षो से लम्बित पड़े आईटीसी के रिफंड को दिलाएं। समय से ब्याज सहित रिफंड नहीं मिलता तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई करें।

ब्। मासिक रिर्टन की जगह त्रैमासिक रिटर्न दाखिल होनी चाहिए।

भ्। टैक्स ऑडिट के लिए सीमा क् करोड़ से ख् करोड़ की जानी चाहिए ।

म्। एसआईबी के जांच दल द्वारा किसी भी प्रतिष्ठान में जाने पर जिलाधिकारी की अनुमति व विभागीय अधिकारी की लिखित अनुमति उद्यमी को दी जानी चाहिए।

Posted By: Inextlive